जमुई जिले में किसानों द्वारा भारी मात्रा में जैविक खेती की ओर अग्रसर हो रहे हैं. जिला के किसानों द्वारा अपने खेतों में जैविक तरीके से सब्जियां एवं फल उड़ा रहे हैं. जैविक खेती में कम लागत में किसान अपने खेतों में फसल को उगाते हैं. जैविक खेती से फसल उगाने में किसान को लागत भी कम पड़ती है और खेत की उर्वरा शक्ति भी बरकरार रहती है. जिससे किसानों को खेती में ज्यादा मुनाफा हो रहा है.
जिला के खैरा प्रखंड के केडिया और तरी दाबिल के दर्जनों किसान वृहद पैमाने पर जैविक खेती कर काफी मुनाफा कमा रहे हैं. तरी दाबिल के किसानों द्वारा अपने खेतों में ऑर्गेनिक तरीके बृहद पैमाने पर बैगन टमाटर बंदगोभी पपीता केला हरी मिर्च और कई तरह की सब्जियों की खेती कर रहे हैं. अभी तक यहां के किसान अपने खेतों में उगाये गए फल एवं सब्जियों को स्थानीय बाजार में बेचा कहते थे.
ऑर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने के लिए और किसानों को प्रेरित करने के लिए ऑर्गेनिक सब्जियों एवं फलों से भरी गाड़ी की पहली खेप को जिला अधिकारी अवनीश कुमार द्वारा हरी झंडी दिखाकर कोलकाता के लिए रवाना किया गया. सभी सब्जियां जमुई से बस द्वारा कोलकाता भेजी जा रही है.यहां के उगाए गए सब्जियां कोलकाता में भी बिकेंगे जिससे यहां के जैविक खेती करने वाले किसान काफी उत्साहित हैं.
कुमार नेहरू के साथ धर्मेंद्र कुमार की रिपोर्ट