सोनो, प्रखंड स्थित विद्यालयों का जिला शिक्षा समिति अध्यक्ष द्वारा किया गया औचक निरीक्षण। सरकारी विद्यालयों के वास्तविक स्थिति से रूबरू होने के लिए जिला पार्षद धर्मदेव यादव द्वारा विद्यालयों का निरीक्षण किया गया। चहक उन्मुखीकरण कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके विद्यालयों के शिक्षकों द्वारा, धरातल पर बच्चों के बीच शिक्षा की वास्तविक स्थिति को जानने के लिए, जब शिक्षा समिति के अध्यक्ष ने विद्यालयों का दौरा किया तो स्थिति चिंताजनक दिखी। प्राथमिक विद्यालय उखरिया में हेडमास्टर सहित शिक्षक अनुपस्थित पाए गए।
विद्यालय का संचालन टोला सेवक द्वारा किया जा रहा था जहां बच्चों की उपस्थिति 15 के आसपास थी, वही ढोंढरी पंचायत के विद्यालयों का निरीक्षण जब जांच टीम द्वारा किया गया तो, वहां भी स्थिति संतोषजनक नहीं दिखी। उत्क्रमित मध्य विद्यालय तेतरिया में कुल नामांकित 437 बच्चों में 234 छात्र उपस्थित पाए गए। वही कुल 6 शिक्षक में 3 शिक्षक उपस्थित थे। विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक ने अन्य शिक्षकों का विभागीय कार्य में संलग्न होने की बात कही। प्राथमिक विद्यालय अशोता में ग्रामीणों ने बताया कि विद्यालय लगभग बंद ही रहता है और शिक्षक भी कभी- कभार विद्यालय आते हैं। विद्यालय होने के बावजूद भी बच्चे शिक्षा की मूलभूत संरचना से भी महरूम है।
उत्क्रमित मध्य विद्यालय तिलवरिया की स्थिति भी संतोषजनक नहीं दिखी। अपराहन 2:25 पर विद्यालय में एक भी बच्चे नहीं थे वही कुल 11 शिक्षक में 3 शिक्षक विद्यालय में उपस्थित पाए गए। उत्क्रमित मध्य विद्यालय अमझरी में कुल कार्यरत 8 शिक्षक में 3 शिक्षक ही विद्यालय में उपस्थित पाए गए। जिला पार्षद ने विद्यालयों के निरीक्षण के पश्चात शिक्षा समिति की बैठक बुलाने का निर्देश सभी प्रधानाध्यापक और प्रभारी प्रधानाध्यापकों को दिया,साथ ही विद्यालय में पठन-पाठन को लेकर स्थिति जल्द से जल्द सुधारने की बात कही। जिससे बच्चे की विद्यालय तक उपस्थिति सुनिश्चित हो और पठन-पाठन का कार्य सुचारू ढंग से संचालित रहे।
योगेंद्र प्रसाद उर्फ कुंदन की रिपोर्ट