बरहट:-थाना क्षेत्र के अति नक्सल प्रभावित इलाका चोरमारा स्थित भंडारी के मैदान पर एक समय था जब नक्सलियों को बंदूक चलाने की ट्रेनिंग दी जाती थी।लेकिन नक्सली बालेश्वर कोड़ा, अर्जुन कोड़ा ,नागेश्वर कोड़ा के आत्मसमर्पण करने के बाद अब सब कुच्छ समान्य होती जा रही है। सोमवार को सामुदायिक पुलिसिंग कार्यक्रम के तहत दो दिवसीय फुटबाल टूर्नामेंट मैच का आयोजन किया गया। इस फुटबाल टूर्नामेंट में चोरमारा,भंडारी अदबरिया, पैसरा, अमरा ,सनी, बघेल, बंगाली बांध के कुल 8 टीमों ने भाग लिया। वहीं मैच में हार्डकोर नक्सली बालेश्वर कोड़ा के पुत्र मुख्य भूमिका निभा रहा है।
मैच का उद्घाटन मुख्य अतिथि तौर पर 215 बटालियन सीआरपीएफ चोरमारा कैंप के सहायक कमांडेंट प्रणब प्रकाश व बरहट थाना अध्यक्ष चितरंजन कुमार ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया। दो दिवसीय टूर्नामेंट के पहले दिन चोरमारा और पसरा के बीच खेला गया। जिसमें की चोरमारा के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 1 ,0 से विजय घोषित हुआ। इस मौके पर सहायक कमांडेंट प्रणब प्रकाश ने खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए खेलकूद से मनुष्य शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ रहते हैं।सभी लोगों को स्वस्थ रहने के लिए अपने दैनिक कार्य से समय निकालकर खेलकूद जरुर करना चाहिए।
चोरमारा गांव में सीआरपीएफ कैंप स्थापित होने के बाद इस क्षेत्र में अमन शांति स्थापित हुआ ।जिसके फलस्वरूप पहली अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र में इस प्रकार का पहला सामुदायिक पुलिसिंग फुटबॉल टूर्नामेंट मैच का आयोजन किया गया। वहीँ थाना अध्यक्ष चितरंजन कुमार ने कहा कि खेलकुद न केवल मनोरंजन का साधन है बल्कि ये एक खिलाड़ी को कई चीजें भी सिखाता हैं। जो उसे जीवन में एक बेहतर इंसान बनने में उसकी मदद करता हैं। खेलकुद मनुष्य के दिमाग को स्वस्थ और सक्रिय रखने में मदद करता हैं। जिसके कारण उनकी नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाती है और सभी जगहों पर सकारात्मक ऊर्जा फैल जाती है।
इस मौके 215 बटालियन सीआरपीएफ भीम बांध निरीक्षण जीडी अमित पटेल,पुलिस लाइन सार्जेंट प्रीतम कुमार , राजीव कुमार, मुखिया जितनी देवी व सरपंच बुधनी देवी समाजसेवी बिट्टू यादव के अलावा बड़ी संख्या आसपास गांव के ग्रामीण मौजूद थे।