1334 एकड़ भूमि में वन विभाग को 800 एकड़ भूमि हो चुका है हस्तांतरित
2 से 3 माह में बाकी बचे 534 एकड़ भूमि भी वन विभाग को हो जाएगी हस्तांतरित
जमुई जिले में दशकों से लंबित बरनार जलाशय योजना के भूमि अधिग्रहण का कार्य तेजी पर है। जिला अधिकारी अवनीश कुमार सिंह द्वारा आज बरनार जलाशय योजना स्थल का निरीक्षण किया गया। स्थल निरीक्षण के दौरान उन्होंने मौके पर मौजूद पदाधिकारियों को भूमि अधिग्रहण में तेजी लाने का निर्देश दिया है। जिलाधिकारी द्वारा बरनाल जलाशय योजना के नक्शे को देखकर जलाशय योजना स्थल के आसपास के वर्तमान स्थिति का जायजा लिया गया। उन्होंने मौके पर मौजूद पदाधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि बरनार जलाशय योजना के कार्य प्रगति को लेकर सप्ताहिक स्तर पर बैठक कर कार्य की प्रगति की समीक्षा किया जाए।
बरनार जलाशय योजना के निरीक्षण के बाद जिलाधिकारी ने बताया कि 1334 एकड़ भूमि में इस परियोजना का निर्माण होना है। जिसके लिए जल संसाधन विभाग द्वारा वन विभाग को 1334 एकड़ भूमि हस्तांतरित करना है। जिसमें 800 एकड़ भूमि वन विभाग को हस्तांतरित किया जा चुका है। बाकी बचे 534 एकड़ भूमि को चिन्हित कर लिया गया है जल्द ही उसका भी हस्तांतरण वन विभाग को करा दिया जाएगा। जिलाधिकारी ने आगे बताया कि जिला प्रशासन का पूरा प्रयास है कि 2 से 3 माह में जमीन हस्तांतरण की प्रक्रिया पूरी कर ली जाए।
आपको बताते चलें की बरनार जलाशय योजना जिला का महत्वाकांक्षी योजना है। इस जलाशय के निर्माण हो जाने से सोनो प्रखंड क्षेत्र के आलावे आस पास के इलाके में सिंचाई की समस्या दूर हो जाएगी। इस योजना के निर्माण से क्षेत्र के लाखो किसानों को फायदा होगा। बरनार जलाशय योजना की नीव 1974 में रखी गई थी। बरनार जलाशय योजना का मामला जमीन अधिग्रहण के वजह से अधर में लटक गया था। जमीन अधिग्रहण में तेजी आने से बरनार जलाशय योजना के निर्माण का रास्ता साफ हो रहा है। आने वाले समय में जल्द ही बरनार जलाशय योजना का निर्माण कार्य धरातल पर उतर जायेगा।
कुमार नेहरू की रिपोर्ट