जमुई पुलिस और एसएसबी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए हार्डकोर नक्सली चिराग दा के भरोसेमंद और उसके गार्ड के रूप में कार्य करने वाले एक नक्सली को गिरफ्तार किया है। जमुई पुलिस और एसटीएफ को गुप्त सूचना मिली थी कि बटिया के जंगली इलाके में एक नक्सली आने वाला है। सूचना के उपरांत जमुई पुलिस और एसटीएफ ने संयुक्त रूप से बटिया के जंगली इलाकों में छापेमारी अभियान चलाया। छापेमारी अभियान के दौरान टीम ने एक नक्सली को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार नक्सली की पहचान किशोर सोरेन उर्फ किशोर मांझी के रूप में हुई है। वह चकाई थाना क्षेत्र के कछुआ का रहने वाला था। किशोर मांझी पुलिस की गिरफ्त से 2010 से ही फरार चल रहा था। कुख्यात नक्सली चिराग दा एनकाउंटर के बाद किशोर मांझी दूसरे नक्सली कमांडर प्रकाश राणा के साथ रह रहा था। नक्सली किशोर मांझी और किशोर सोरेन कई नक्सलियों गतिविधि में सम्मिलित रहा है, मुख्य रूप से वह 2013 में पारसी में कैंप भवन को बम लगाकर उड़ने की घटना का आरोपी था इसके साथ ही एसटीएफ के साथ हुई फायरिंग में भी किशोर मांझी सम्मिलित था। एसटीएफ के साथ हुई फायरिंग में एक जवान शहीद हो गया था, जबकि दो जवान घायल हुआ था।
कुमार नेहरू कि रिर्पोट