नियमित ठहराव नहीं रहने से जिलावासियों में छाई मायूसी
जमुई – वंदे भारत एक्सप्रेस का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पटना-हावड़ा रेल खंड पर परिचालन का शुभारंभ करेंगे। इसके बाद 26 सितंबर से पटना-हावड़ा रेल खंड पर वंदे भारत ट्रेन सरपट दौड़ने लगेगी। ट्रेन के शुभारंभ को लेकर जमुई रेलवे स्टेशन पर भी भव्य तैयारी की गई है। जिसको लेकर शनिवार को फाइनल ट्रायल किया गया। यह ट्रायल पटना जंक्शन से जमुई रेलवे स्टेशन तक की गई। ट्रायल के दौरान वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में एजीएम अमीत कुमार अग्रवाल और सीनियर डीसीएम रवीश रंजन तथा रेलवे के कई पदाधिकारी सवार थे। इस दौरान पदाधिकारी ने रविवार को कार्यक्रम की तैयारी का भी जायजा लिया तथा नोडल अधिकारी को समय पर पूरी तैयारी करने का निर्देश दिया।nवहीं जमुई रेलवे स्टेशन पर वंदे भारत एक्सप्रेस लगभग 30 मिनट तक लगी रही। इस दौरान प्लेटफार्म पर खड़ी ट्रेन के डिब्बे में जाकर स्थानीय लोगों ने सेल्फी तथा वीडियो बनाया।
नियमित ठहराव नहीं रहने से जिलावासियों में छाई मायूसी
जिलावासियों को लग रहा था की दशहरा के पूर्व रेलवे द्वारा जमुई वासियों को एक बड़ी सौगात मिलने वाली है, लेकिन ये खुशी उस वक्त मायूसी में बदल गयी, जब ये जानकारी हुई कि वंदे भारत ट्रेन का ठहराव जमुई में नहीं हैं। केंद्र में सत्तारूढ़ दल के स्थानीय नेताओं में भी श्रेय लेने की होड़ लगी थी। लेकिन इन सबों को भी फाइनल समय सारणी जारी होने के बाद जोड़ का झटका धीरे से लगा। अब जमुई रेलवे स्टेशन के मेन लाइन से हॉर्न बजाते हुए वंदे भारत एक्सप्रेस तो गुजरेगी ,किंतु यहां रुकेगी नहीं। यहां के लोग सिर्फ दीदार कर सकेंगें। जिले वासियों को बंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन से पटना या हावड़ा तक का सफर करना होगा तो उसे पड़ोसी जिले लखीसराय में जाकर ट्रेन पर सवार होना पड़ेगा। जिससे की लोगों में मायूसी छाई हुई है। लोगों का कहना है की जब जमुई रेलवे स्टेशन पर नियमित ठहराव नहीं है, तो इतना ताम झाम करने की क्या जरूरत हैं।
राजस्व में जमुई स्टेशन अव्वल इसके बावजूद ठहराव नहीं
जमुई रेलवे स्टेशन से पटना या फिर हावड़ा तक नितदिन सैकड़ों की संख्या में यात्री सफर करते हैं। लोगों ने बताया कि अमृत भारत स्टेशन के रूप में जमुई का चयन किए जाने तथा जिला मुख्यालय का स्टेशन होने के साथ राजस्व के मामले में अव्वल होने के कारण लगा कि जमुई स्टेशन पर वंदे भारत का नियमित ठहराव होगा, किंतु ऐसा नहीं हो पाया ।
बरहट से शशिलाल की रिपोर्ट