जमुई जिला के खैरा थाना के पुलिस पदाधिकारी द्वारा दिवाली और छठ पूजा के दौरान विधि व्यवस्था और अपराधिक गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए एसपी चंद्र प्रकाश के दिशा निर्देश पर सघन वाहन जांच चलाया गया। वाहन जांच के दौरान एक मोटरसाइकिल से पुलिस पदाधिकारी द्वारा पेपर की मांग की जाने पर कुछ ऐसा हुआ की पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार करते हुए चोरी का मोटरसाइकिल बेचने वाले गैंग का पर्दाफाश कर दिया।
बीती 23 अक्टूबर की शाम 7:00 बजे खैरा थाना के पुलिस पदाधिकारी द्वारा सघन वाहन जांच अभियान चलाया गया। सघन वाहन जांच के दौरान पुलिस ने एक स्प्लेंडर मोटरसाइकिल को जांच के लिए रुकवाया। जब मोटरसाइकिल सवार से पुलिस ने मोटरसाइकिल के पेपर की मांग किया तो मोटरसाइकिल सवार मोटरसाइकिल से संबंधित किसी भी तरह का कागज नहीं दिखा पाया। इसके बाद पुलिस ने जब मोटरसाइकिल सवार से पूछताछ करना शुरू किया तो पता चला कि मोटरसाइकिल सवार ने मोटरसाइकिल को स्थानीय एक गैराज से खरीदा है। पुलिस ने इस मामले में जब गहनता से जांच की तो मोटरसाइकिल चोरी का पाया गया।
मामले की गंभीरता और मोटरसाइकिल चोरी में किसी संगठित गिरोह के शामिल होने की संभावना को देखते हुए एसपी चंद्र प्रकाश के दिशा निर्देश पर एसडीपीओ जमुई सतीश सुमन के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। इसके बाद थानाध्यक्ष खैरा द्वारा विशेष टीम के साथ छापामारी करते हुए गैरेज मालिक सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया। गैरेज मलिक के निशानदेही पर कुल 5 चोरी की मोटरसाइकिल बरामद की गई।
इस मामले में पुलिस ने खैरा थाना क्षेत्र के रोहित कुमार साह, पिता विनोद कुमार साह, खैरा, चंदन कुमार, पिता संजय शर्मा, ग्राम गरभुआ, कुन्दन कुमार पासवान, पिता- भगवान पासवान, ग्राम- गोपालपुर, उमेश यादव, पिता-मथुरा यादव, ग्राम-डुमरकोला, मनीष यादव, पिता डी०पी० यादव, ग्राम को गिरफ्तार किया है।
इस मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए एसडीपीओ सतीश सुमन ने बताया कि इस मामले में आगे पुलिस द्वारा गहनता से अनुसंधान किया जा रहा है। गिरफ्तार आरोपी द्वारा चोरी, लूट की मोटरसाइकिल का रजिस्ट्रेशन नंबर के साथ छेड़छाड़ करके या फिर हटाकर अवैध रूप से बेचा जाता था। जांच में पता चला कि बरामद मोटरसाइकिल के संबंध में पटना के अलग-अलग थाना में कांड दर्ज कराया गया था। बरामद मोटरसाइकिल में एक मोटरसाइकिल के चेचिस नंबर के साथ छेड़छाड़ की गई थी और उस पर टेंपो का नंबर लगाया गया था।
कुमार नेहरू की रिपोर्ट