जमुई– बरहट प्रखंड अंतर्गत मलयपुर स्थित माँ कालीका की पट बुधवार की देर रात वैदिक मंत्रो उच्चारण के साथ खोल दिया गया। पट खुलते ही पूजा अर्चना करने श्रद्धालुओं की भारी भीड़ मंदिर में उमड़ पड़ा। इस दौरान जय मां कालिका, जय मां कालिका की जय घोष से पूरा मंदिर परिसर गुंजायमान हो गया। श्रद्धालुओं ने मां कालिका की पुजा अर्चना कर अपने जीवन में सुख शांति की कामना की।मंदिर प्रबंधक की और से मंदिर से लेकर मॉडल थाना मलयपुर तक चुनमुन झालर लाइट से सजाया गया है ।जो आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
बताते चलें कि मां कालीका की पूजा पूरे जिले में प्रसिद्ध है।यहां वार्षिक पूजनोत्सव के दौरान आसपास जिले के अलावा अन्य प्रदेशों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पूजा अर्चना करने के लिए पहुंचते हैं। 1986 में मलयपुर निवासी अशोक सिंह के पहल पर मां कालिका की पूजा की शुरुआत की गई थी।इसके बाद लगातार पूजा अर्चना होती आ रही है। जो श्रद्धालुओं के लिए सालों से आस्था का केंद्र बना हुआ है। 27 साल से मंदिर में जल रही अखंड ज्योत मां कालीका मंदिर स्वच्छता व आस्था का सुवे में अपना अलग पहचान है। यहां माँ कालिका की पुजा शुरुआत होने के बाद से ही साधना कक्ष में अखंड ज्योत जल रही है। मंदिर में पूजा अर्चना करने आए श्रद्धालुाओं ने बताया की जो भी श्रद्धालु यहां सच्चे मन से पूजा अर्चना कर मां कालिका से मन्नत मांगते है वो अवश्य पूर्ण होती है। जिस कारण यहां लगातार पुजा अर्चना करने के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगी रहती है। नेम निष्ठा के साथ पूजा करने से होती है संतान की प्राप्ति मां काली का मंदिर का महिमा अपरंपार है।
वार्षिक पुजनोउत्सव शुरुआत होने से पूर्व यहां 11 दिनों तक महरुदचंडी हवनात्मक यज्ञ होती है ।जिससे की पूरा इलाका भक्तिमय हो जाता है। आसपास के जिले से श्रद्धालु मंदिर जाकर पुजा अर्चना करते हैं। मंदिर की एक खास मान्यता यह भी है की संतान प्राप्ति जो श्रद्धालु नेम निष्ठा के साथ मां कालिका से आराधना करते हैं ।उन्हें संतान की प्राप्ति भी होती है।वार्षिक पूजनोउत्सव में उमड़ती है श्रद्धालुओं की भीड़ वार्षिक पूजनोउत्सव में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मलयपुर थानाध्यक्ष इंपेक्टर विकास कुमार ने बताया कि पूजा को शांतिपूर्ण रूप से संपन्न कराने के लिए पुलिस मुस्तेद है। मनचलों पर निगाह रखने के लिए सीसीटीवी कैमरा से निगरानी की जा रही है। साथ महिला एवं पुरुष पुलिसकर्मियों को सादे लिबास में तैनात किया गया है।
बरहट से शशिलाल की रिपोर्ट