जमुई, जन्म के बाद सड़क किनारे नाले में आज से 5 माह पूर्व लावारिस मिली बच्ची को पंजाब के एक दंपत्ति ने गोद लिया है। यह बच्ची अब पंजाब में पालेगी बढ़ेगी। 4 साल पूर्व पंजाब के एक दंपति ने बच्चा गोद लेने के लिए विभागीय ऐप पर अपना रजिस्ट्रेशन कराया था, जिसकी प्रक्रिया चल रही थी, जमुई की इस बच्ची का चयन पंजाब के दंपति के साथ हुआ। अब विभागीय प्रक्रिया के तहत बच्ची को पंजाब के दंपति के सुपुर्द कर दिया गया है।
5 महीने पूर्व 8 अगस्त 2024 को सड़क किनारे एक नाले में मिली नवजात बच्ची को देख जमुई के एक दंपति ने उसे गोद लेकर लालन-पालन करना शुरू कर दिया था। मामला मीडिया में आने के बाद नवजात बच्ची को बाल संरक्षण इकाई ने अपने कब्जे में लिया था। बच्ची पहले शिशु संरक्षण गृह पहुंची और अब 5 महीने के बाद उसकी किस्मत उसे पंजाब लेकर जा रही है। पंजाब दंपति काफी संपन्न है। अब वैष्णवी का लालन-पालन पंजाब में होगा।

जमुई बाल संरक्षण पदाधिकारी सूरज कुमार ने बताया कि अगस्त 2024 में क्या मामला प्रकाश में आया था।हमारी एक संस्थान चलती है चाइल्ड हेल्पलाइन के माध्यम से इसकी सूचना मिली थी। उसके बाद बाल कल्याण समिति इस मामले को संज्ञान में लिया। उन्होंने बताया कि उस बच्ची को जमुई के एक दंपति ने गोद ले कर रखा हुआ था। मीडिया में खबर चलने के बाद जानकारी हुई, उस बच्ची को CWC के समक्ष उपस्थित कराया। सरकार के दत्तक ग्रहण प्रक्रिया के द्वारा उस बच्ची को पंजाब के एक दंपति को दिया गया। पूरी प्रक्रिया बिल्कुल पारदर्शी है।
कारा के बेबसाइड पर ऑनलाइन आवेदन करके ऐसे माता पिता जिनके बच्चे नहीं है, वह निबंधित कराकर एक मैचिंग प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। कारा के पोर्टल पर सारा डिटेल दिया रहता है। पंजाब के एक दंपति के नाम यह बच्ची रजिस्टर्ड हुई थी,पूरी नियमावली के अनुसार उस बच्ची को पंजाब के दंपति को दिया गया है। उन्होंने बताया कि किसी दंपति के पास पहले से भी बच्चे हैं तो वह किसी बच्चे को गोद ले सकते हैं पंजाब दंपत्ति के पास भी पहले से बच्चे हैं। उन्होंने बताया जमुई के लिए पहला अवसर है।
जमुई टुडे न्यूज़ डेस्क