संपादकीय, आज पूरे बिहार के लिए कई ऐसे समाचार आए जिसको देखकर पढ़कर कुछ मन आहत हो जाता है. क्योंकि बिहार की जनता बस यही चाहती है कैसे हमारा भला हो और साथ में बिहार का भला हो. मगर आज की खबरों को देखें तो कई ऐसे खबर है जो हमें सोचने पर मजबूर करती है कैसे बिहार आगे बढ़ पाएग.
सबसे पहली खबर यह सुनने को आता है कि जमालपुर से जो कि एनडीटीवी इंडिया के वेबसाइट द्वारा दिया गया रिपोर्ट
बिहार के जमालपुर में मौजूद रेलवे प्रशिक्षण संस्थान को बिहार से लखनऊ स्थानांतरित करने के मुद्दे पर केंद्र और राज्य सरकार के बीच रार बढ़ती जा रही है. अब बिहार के जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने इस मामले को लेकर एक के बाद एक कई ट्वीट किए. उन्होंने अपने ट्वीट में बताया- “जमालपुर में स्थित इंडियन रेलवे इंस्टीट्यूट ऑफ मेकेनिकल एंड इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग (IRIMEE) को मुंगेर से बाहर शिफ्ट करने को लेकर रेल मंत्रालय के आदेश पर बिहार ने सख्त प्रतिक्रिया जताई थी. मुख्यमंत्री नीतिश कुमार ने इस मामले में केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल से दखल देने को कहा था.”
उन्होंने बताया कि नीतीश कुमार ने एक मई को रेल मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखकर इस फैसले को वापस लेने का आग्रह किया था. IRIMEE रेलवे और बिहार की समृद्ध विरासत का प्रतिनिधित्व करता है. बिहार के साथ इसका बहुत ऐतिहासिक संबंध है, जिसे मजबूत किए जाने की जरूरत है न कि इसे बिहार से अलग किए जाने की.
यह खबर सनसनी की तरह फैली शायद यह कहीं ना कहीं बिहार को पिछड़ा बनाए रखने में राजनीतिक साजिश है. इसके विरोध में सांसद पप्पू यादव आए उन्होंने कहा
“ट्रिपल इंजन सरकार का गंदा खेल
देश, बिहार और UP में NDA सरकार
जमालपुर से रेलवे अभियंत्रण के सबसे पुराने प्रतिष्ठित संस्थान इरिमी को बिहार के जमालपुर से लखनऊ स्थानांतरित करने का कुचक्र रच दिया।
ऐसा हुआ तो बिहार में केंद्र सरकार के सारे संस्थानों को बंधक बना लेंगे। सब ठप कर देंगे।”
एक और खबर है, कर्नाटक से बिहार के लिए आने वाले ट्रेनों को रद्द किया गया, इस खबर की सूचना पप्पू यादव के ट्विटर अकाउंट से ही मिला. उन्होंने कहा
“बिहारी बंधुआ हैं क्या?
जवाब दो PM मोदी!
फिर हिम्मत कैसे हुई कर्नाटक के CM येदयुरप्पा की बिहार के मज़दूरों को बंगलुरू से लाने वाली 5 ट्रेन को रद्द करने की? नीतीश जी थोड़ी भी गैरत बची है तो इस्तीफा दो!
आखिर कैसे बिहारी लोगों को उनकी मर्जी के बिना बिल्डर लॉबी के दबाव में रोक लिया?”
नेता विपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार के क्रोंटेनटाइन सेंटर के लिए कई सारे सवाल उठाएं वहां सुविधाओं का आभाव है साफ-सफाई से लेकर खाना उपलब्ध नहीं होने तक का आरोप है पढ़िए तेजस्वी यादव का ट्वीट
यह समस्या तो चल ही रही थी इसी दौरान सुशील मोदी ने ट्वीट करके कहा
“विभिन्न राज्यों में फँसे मजदूरों-छात्रों की घर वापसी के लिए 12 श्रमिक स्पेशल ट्रेने चलाने के साथ भारत सरकार कल से विदेशों में फँसे प्रवासियों की वापसी के लिए “वंदे भारत मिशन” शुरू कर रही है।
पहले चरण में 12 देशों से 15 हजार लोगों को लाने के लिए एयर इंडिया के विमान 64 उड़ान……. ”
इसके साथ ही सुशील मोदी ने एक और ट्वीट किया उसमें कहा
“PRESS RELEASE
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जमालपुर रेलवे इंस्टीच्यूट को शिफ्ट करने की खबर भ्रामक-उपमुख्यमंत्री ”
साथी एक प्रेस विज्ञप्ति भी जारी किया
सुशील मोदी जी को पहले अपने बिहार में मजदूर कैसे वापस आए उसके लिए ज्यादा सोचना चाहिए ना कि विदेश से लोग आ रहे हैं.उसकी खुशी शेयर करना चाहिए क्योंकि कोरोना महामारी भी हवाई जहाज में बैठकर ही आया था.
सभी के बयानों को आज पढ़ने के बाद यह समझ में नहीं आ रहा है कि बिहार के विकास के लिए हमारे नेता क्या कर रहे हैं.कर्नाटक से आने वाली ट्रेन कैंसिल होती है. जमालपुर से रेलवे Institute को शिफ्ट करने की खबर, या फिर तेजस्वी यादव का आरोप कोरेनटाईन सेंटर में रहे लोगों में सुविधाओं का अभाव.
या फिर बिहार सरकार जो अपने गरीब मजदूरों को लाने में असक्षम है. फिर भी बड़ाई करते हैं ,की विदेश से भी लोग लाए जाएंगे. बिहार नेताओं का नहीं है.यह हमारा है बिहारी भाइयों का है हमें अब खुद सोचना पड़ेगा जातिवाद और सामाजिक बुराइयों से उठकर आगे आना होगा. तभी हमारा विकास हो सकेगा. आगे आप सब खुद समझदार हैं.
(संपादक कुमार नेहरू के विचार)