जिले में आए दिन जन वितरण प्रणाली विक्रेता की शिकायत मिलना आम बात हो गई है. ताजा मामला सोनो प्रखंड के नैयाडीह पंचायत के गेरुआनारी गांव का मामला है. वहां के ग्रामीणों ने डीलर सुभाष चंद्र सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार और कम अनाज देने का आरोप लगाया है.
सोनो प्रखंड अंतर्गत नैयाडीह पंचायत के ग्रामीणों ने वार्ड नंबर 5 स्थित गेरुआनारी के डीलर सुभाष चंद्र सिंह, जिनका घर पैरा मटिहाना पड़ता है. उनकी भाभी बबीता सिंह उसी पंचायत के मुखिया भी हैं.पैरा मटिहाना निवासी सुभाष चंद्र सिंह गेरूआनारी के डीलर हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि सुभाष सिंह कानून को ताक पर रखकर एम ओ प्रशांत कुमार चौधरी की मिलीभगत से गेरुआ नारी के पंचायत समिति के सदस्य निरंजन सिंह के द्वारा डीलरी का कारोबार करवाता है. पंचायत समिति सदस्य निरंजन सिंह के द्वारा ही लाभुकों को खाद्यान्न वितरण करवाया जाता है जोकि नियमत: गलत है. जोकि अपराध की श्रेणी में आता है. इस मामले को गांव के कुछ लोग ऐवं कुछ समाजसेवी ने उजगार किया है.
करीब बरसों से उक्त कार्य का विरोध करने वाले मुन्ना सिंह, साकेत कुमार सिंह, किशोर कुमार दास, एवं अन्य सैकड़ों ग्रामीणों ने इसकी गुहार बिहार सरकार के मुखिया नीतीश कुमार से लगाई जिसकी प्रतिलिपि खाद्य उपभोक्ता मंत्री भारत सरकार, खाद्य उपभोक्ता मंत्री बिहार सरकार, जिला पदाधिकारी जमुई, अनुमंडल पदाधिकारी जमुई, आरक्षी अधीक्षक जमुई, बिहार राज्य खाद्य आपूर्ति निदेशक पटना को भेजा है. ऐसे कारनामों को उजागर करने वाले समाजसेवी ऐवं ग्रामीण जनता को डीलर एवं प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी प्रशान्त कुमार चौधरी के द्वारा झूठा मुकदमा में फसाया गया है. ऐसे मामले में प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी प्रशांत कुमार चौधरी की अफसरशाही दिखता है, जो डीलर को बचाने के लिए और साथ में 4 नौजवानों पर मामले को उलझाने के लिए या मामले को रफा-दफा करने के लिए गलत नियत से झूठा मुकदमा दायर किया जाता है.
विज्ञापन
5 जून शुक्रवार को गांव के कई नवयुवक ने समाहरणालय के गेट पर मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए बताया की डीलर की मनमानी एवं प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी की मिलीभगत को उजागर करने पर, हमें झूठा मुकदमा में फंसाया गया है. उसी कार्य को लेकर आज हम लोग आरक्षी अधीक्षक डॉक्टर इनामुल हक मेंगनू से मिलने के लिए आये हैं, उनकी अनुपस्थिति में हमने आवेदन को स्पीड पोस्ट के द्वारा भेज दिया है ताकि हम लोगों को जो गलत तरीके से थाना अध्यक्ष एवं एम ओ की मिलीभगत से फंसाया गया है. उसके बारे में जिला के वरीय अधिकारी को पता चले.इसकी निष्पक्ष जांच हो और दोषियों को सजा मिले.
समाचार से संबंधित वीडियो देखने के लिए लिंक पर क्लिक करें