जमुई में नहीं मिलता है, लाइफ सेविंग मेडिसिन, सरकारी हॉस्पिटल मे भी सुविधाओं का अभाव- डॉक्टर इबरार आलम खान, (MD Medicine ,Fellowship In Critical Care, Fellowship In Diabetilogy)
डॉक्टर इबरार आलम खान जमुई जिला के खैरा प्रखंड के बानपुर गांव के रहने वाले हैं. वह कोलकाता में हॉस्पिटल में कार्यरत हैं. कोरोना वायरस से उपजे महामारी के वजह से हुए लॉकडाउन में वह अपने गांव में ही फस गए थे. और उसके बाद से अब तक वह अपने गांव में ही है. गांव में रहने के दौरान उन्होंने बहुत सारे गरीब मरीजों का इलाज किया. जिस किसी को भी मेडिकल इमरजेंसी हुई डॉक्टर इबरार आलम खान ने तुरंत उनको मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराया. गांव में एक घटना ने डॉक्टर साहब को सोचने पर मजबूर कर दिया. गांव के ही एक पेशेंट अलीम खान जिनको हार्ट से संबंधित समस्या था. उनकी कंडीशन एकदम से खराब हो गया. गांव के ही कुछ लोग जो सच का साथ नाम से एक संस्था चलाते हैं,उन्होंने तुरंत इस बात की सूचना डॉक्टर इबरार आलम खान को दिया. डॉक्टर साहब ने तुरंत उस मरीज का इलाज शुरू कर दिया. पेशेंट की हालत बिल्कुल नाजुक थी डॉक्टर साहब ने सीपीआर देकर पेशेंट को तुरंत जमुई के एक निजी अस्पताल में रेफर कर दिया. इलाज के क्रम के दौरान एक मेडिसिन जो की लाइफ सेविंग मेडिसिन है पूरे जमुई जिला में कहीं भी उपलब्ध नहीं हो पाया. इस संबंध में डॉक्टर साहब ने सदर अस्पताल जमुई के चिकित्सा पदाधिकारी विजेंद्र सत्यार्थी जी से भी बात किया लेकिन फिर भी दवाई की उपलब्धता नहीं हो पाई. आनन-फानन में काफी प्रयास करने के बाद पटना से दवाई को उपलब्ध कराया गया. दवाई को उपलब्ध कराने के बाद पेशेंट की हालत में कुछ सुधार हुआ लेकिन कंडीशन क्रिटिकल ही था, डॉक्टर साहब ने तुरंत उस पेशेंट को कोलकाता मैं उपचार के लिए रेफर किया, कोलकाता में पेशेंट को पेसमेकर लगने के बाद पेशेंट की हालत में सुधार हुआ. अब पेशेंट पूरी तरह स्वस्थ होकर घर आ चुका है. पेशेंट अलीम खान की माली हालत बहुत ही खराब है, परिवार वालों ने कर्ज लेकर के किसी तरह उनकी जान बचाया.
डॉक्टर इमरान आलम खान ने अपना मोबाइल नंबर 9831626687 जारी कर कहा कि किसी भी व्यक्ति को इमरजेंसी मेडिकल समस्याएं हैं तो आप हमारे नंबर पर संपर्क कर सकते हैं हर संभव हम पेशेंट की मदद करने की प्रयास करेंगे.
डॉक्टर इमरान आलम खान ने जमुई जिले के शासन प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से मांग किया है कि ऐसे लाइफ़सेविंग दवाएं हमेशा सरकारी अस्पताल एवं जिले के मेडिकल स्टोर में उपलब्ध हो ताकि इमरजेंसी पडने के दौरान पेशेंट की लाइफ को बचाया जा सके. क्योंकि जमुई जिले के ग्रामीण क्षेत्र में गरीबी बहुत है सभी व्यक्ति बाहर जाकर इलाज नहीं करा सकते सभी तरह की मेडिकल सुविधाएं जिले में उपलब्ध हो ताकि जरूरत पड़ने पर गरीब लोगों की मदद हो सके.
इस मरीज की जान बचाने में सच का साथ संस्था जो बानपुर गांव के ग्रामीण द्वारा चलाया जाता है उनकी बहुत ही अहम योगदान था.
सच का साथ संस्था ने भी जमुई जिला के शासन प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग से अपील किया है जमुई जिले के हॉस्पिटल की हालत खराब है जिसके वजह से गरीबों के इलाज समय से नहीं हो पाता है संस्था का मांग है कि जिले के हॉस्पिटल में सही व्यवस्था किया जाए जिससे आम गरीब लोगों को सही इलाज मिल सके.
सच का साथ संस्था बानपुर पंचायत में मोहम्मद इलियास खान अध्यक्ष,मोहम्मद साबिर खान ,मोहम्मद रियाज अहमद, कैसर खान(संचालक ग्रीन फील्ड पब्लिक स्कूल), मोहम्मद रिजवान खान(कौमी एकता मोर्चा अध्यक्ष), जुबेर खान,जावेद खान, जफर खान, परवेज खान, सदीम खान,फिरोज खान, सिकंदर खान एवं अन्य सदस्यों द्वारा चलाया जाता है. संस्था द्वारा गरीब लोगों की हर संभव मदद की जाती है एवं उनके आवाज को बुलंद किया जाता है.
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