लखीसराय जिले के रेवटा गांव में एक 15 वर्षीय लड़के का सर्पदंश से मौत हुआ है. यह घटना बीती रात 12:00 बजे की है, जब गोविंद मंडल का पुत्र छोटू कुमार रात में खाट पर सो रहा था. उसी दौरान कहीं से करैत सांप खाट पर चढ़कर डस लिया. जब मृतक छोटू कुमार की चीखने की आवाज आई तो पिता गोविंद मंडल ने वहां जाकर देखा तो एक सांप छुपा हुआ था.सर्पदंश के बारे में पता चलते ही मृतक के पिता ने पुत्र को तुरंत शेखपुरा हॉस्पिटल में ले गया . परिजनों ने बताया कि मौके पर डॉक्टर मौजूद नहीं रहने की वजह से पेशेंट को बिहारशरीफ के लिए रेफर कर दिया गया. लेकिन रास्ते में ही सर्प दंश का शिकार छोटू कुमार ने दम तोड़ दिया.
अगर उस बच्चे का सही समय पर शेखपुरा में इलाज हो जाता तो,शायद उस बच्चे की जान बच सकती थी. यह बात समझ से परे है,कि शेखपुरा के हॉस्पिटल में रात्रि में डॉक्टर उपलब्ध नहीं है. इसके लिए बिहार सरकार को अस्पताल पर जांच कर उचित कार्यवाही करनी चाहिए.बिहार सरकार का आदेश है कि हर एक जिला अस्पताल में सर्पदंश के इलाज के लिए एंटी वेनम उपलब्ध हो एवं सर्पदंश के शिकार व्यक्ति की तुरंत इलाज की जाए.
आपको बता दें कि बिहार में बरसात के मौसम में सर्पदंश की घटनाएं बढ़ जाती है. इस बच्चे को करैत सांप ने डसा था, जिसका इंग्लिश में नाम कॉमन करैत है. इस सांप को साइलेंट किलर के नाम से भी जाना जाता है. कॉमन करैत सांप में न्यूरोटोक्सीन नामक जहर पाया जाता है. अगर सही समय पर इलाज ना मिले तो शिकार व्यक्ति की 4 से 6 घंटे में मौत हो जाती है. इस सांप को इंसान के शरीर की गर्मी बहुत पसंद है, इसी लिए इंसानी शरीर की गर्मी लेने के लिए खाट पर सोए व्यक्ति के बगल में चला जाता है,जब व्यक्ति करवट बदलता है तब अगर सांप पर दबाव पड़ जाए तो तुरंत डस लेता है.और डसने के बाद वह सांप छुप जाता है. इस बारे में सर्प विशेषज्ञों का कहना है, कि रात में सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें ताकि ऐसी घटनाएं ना घटे.
संवाददाता मुकेश कुमार पासवान की रिपोर्ट