जमुई, सदर थाना क्षेत्र के बुकार गांव में दो संप्रदाय के बीच झगड़ा हुआ था. जिसके बानपुर के युवक की सर कटी लाश मिली थी. जिसके बाद से बुकार गांव में गिरफ्तारियां का दौर जारी है. पुलिस की सैन्य बल बुकार गांव में झगड़े के बाद से ही डटी हुई है. पूरा गांव पुलिस छावनी बना हुआ है. इस मामले में अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है. हालांकि पुलिस के दबिश की वजह से पूरा गांव लगभग सुनसान पड़ा हुआ है. बुकार गांव में वृद्धि व्यक्तियों के अलावे ग्रामीणों के जानवर ही हैं. गांव के पूरे लोग गांव को छोड़कर भाग चुके हैं.
बुकार गांव में अभियुक्तों की गिरफ्तारी को लेकर सीआरपीसी की धारा 82 के तहत अदालती आदेशानुसार 13 लोगों के विरुद्ध नोटिस चिपकाया गया था. गांव में अभियुक्तों के खिलाफ नोटिस चिपकने के बाद अभियुक्तों में भय का माहौल है. कुर्की जब्ती के डर से जमुई थाना अंतर्गत नवकाडीह बुकार गांव के आरोपी अमित पटेल पिता अजीत रावत तथा दीपक रावत पिता बिरेंद्र रावत ने 27 अगस्त को थाना में उपस्थित होकर अपनी गिरफ्तारी दिया.
पुलिस अधीक्षक के दिशा निर्देश में अनुसंधानकर्ता ए के आजाद के द्वारा कांड में त्वरित कार्रवाई करते हुए वारंट तथा इश्तेहार की तामील कराने पर अभियुक्तों में भय का माहौल है और थाने में आकर गिरफ्तारी दे रहे हैं. जमुई थाना में इस मामले में कांड संख्या 401/20 के तहत मामला दर्ज हुआ है. अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.
आपको बता दें कि सीआरपीसी की धारा 82 के मुताबिक, अदालत एक लिखित घोषणा कर सकती है, जिसके अंतर्गत ऐसे आरोपी को एक निर्धारित जगह और एक निर्धारित समय पर पेश होना पड़ेगा. इस आदेश का अनुपालन नहीं होने पर न्यायालय द्वारा अगले आदेश पर अभियुक्त की संपत्ति की कुर्की जब्ती की कार्यवाही की जाएगी. कुल मिलाकर आप यह समझ सकते हैं कि यह धारा कुर्की जब्ती से पहले की कार्रवाई है.
धर्मेंद्र कुमार की रिपोर्ट