जमुई, संस्था, “प्रबोध जन सेवा संस्थान” एवं इसकी इकाई “मानव रक्षक रक्तदाता परिवार” विगत 9 वर्षो से अपने सहयोगियों के माध्यम से पुरे देश में रक्तदान के प्रति जागरूकता का अलख जगा रही है; एवं समय समय पर स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का भी आयोजन करती आ रही है.इसी अलोक में आज रक्त अधिकोष,जमुई जो इस कोरोना काल में विकट संकट के दौर से गुजर रहा है. इसी को ध्यान में रखते हुए आज यह शिविर लगाया गया है.
ज्ञात हो कि आए दिन रोड एक्सीडेंट केस में, प्रेगनेंसी केस में व थैलेसीमिया पीड़ित बच्चे को समय-समय पर रक्त की आवश्यकता पड़ती है.ससमय खून नहीं उपलब्ध होने पर इन्हें अपनी जिंदगी से हाथ धोना पड़ जाता है.संस्था प्रयासरत है की देश में कोई भी व्यक्ति रक्त के अभाव में परिवार से अलग न हो. इस परिवार के सदस्य का मुख्य कार्य रक्तदान के प्रति आम जन के बिच जागरूकता पैदा करना है,जिसे कुछ लोग मान लेते हैं कि जब भी हमें खून की जरूरत पड़ेगी तो यहाँ से उन्हें उपलब्ध हो जाएगा.
बेशक हम सभी रक्तदान के लिए या रक्त उपलब्ध करवाने के लिए तत्पर हैं बशर्ते मरीज के परिवार या रिश्तेदार में से स्वस्थ व्यक्ति पहले इनके लिए रक्तदान कर चुका हो.
इस संस्था के सभी सदस्य नियमित रूप से अपना रक्तदान करते रहते हैं क्योंकि संस्था ये भी चाहती है कि वही ब्लड बैंक में ताजे रक्त की नियमित आपूर्ति बनाए रखें इसलिए भी लगातार नियमित रूप से यह शिविर बिहार के अलग अलग जिलों में लगता रहा है, हम सभी जानते है कि बहुत से लोग आज भी रक्तदान के नाम से डरते है, उन्हें लगता है कि रक्तदान के बाद कमजोरी या कोई अन्य बीमारी हो जाएगा, इस मिथ्या को भी तोड़ना है.
आज के इस शिविर में युवा साथियों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। जिसमे कुल दर्जनों साथियों ने अपना रक्तदान किया. आज पहली बार रक्तदान करने वाले रक्तवीर काफी उत्साहित दिखे.संस्था के सचिव सुमन सौरव ने बताया के इस कार्य को करने के बाद एक अलग तरह का शुकुन मिलता है, क्योंकि आप किसी का जान बचा रहे है. वही रक्तदानियों ने एक स्वर में कहा कि समाज मे आज बहुत से ऐसे लोग है जिनको ब्लड की काफी जरूरत है और इसको इसी माध्यम से पूरा किया जा सकता है.शिविर को सफल बनाने में जमुई टीम के मुख्य सहयोगी आंनद राज की अहम् भूमिका रही व इस अवसर पर डॉ नौशाद, हरेराम कुमार, चन्दन मिश्रा के साथ ही साथ अन्य लोग भी उपस्थित रहे.
रक्तदान करने वाले रक्तवीर-
नीतीश कुमार, पंकज सिंह, प्रवीण दुवे, ,कुमार नेहरू जी, नीरज सिंह, सोनू कुमार, अमन कुमार, मयंक कुमार, गुंजन मांझी, बाबुल सिंह के साथ-साथ अन्य रक्तवीरों ने रक्तदान किया, खुशी की बात यह रही की इस कैम्प में 14 रक्तवीर ने अपने जीवन का पहला रक्तदान किया.जिसमें से 2 रक्तवीर ने इसी वर्ष 18 वर्ष पूरा किया है.
संवाद सूत्र