जमुई जिला के सभी प्राइवेट कोचिंग ने जमुई शिक्षा पदाधिकारी से अपनी मांग को लेकर एक आवेदन दिया. वह अपने मांग को लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी से गुहार लगाएं कि जमुई जिला के निजी शिक्षण संस्थान एवं ट्रेनिंग सेंटर खोलने के साथ ही मकान किराया एवं बिजली बिल माफ किया जाए और उन्होंने कहा कि हम सभी शिक्षित बेरोजगार युवक हैं अपनी शिक्षा को आधार बनाकर विद्यार्थी के बीच शिक्षा दान करना अपना-अपना जीविका चला रहे हैं.
विगत मार्च से कोरोना महामारी के कारण सरकार के आदेशानुसार हम लोगों का शिक्षण संस्थान पूर्णता बंद है.वर्तमान समय में आलम यह है कि हम लोग भुखमरी के कगार पर आ चुके हैं. यदि आप भी हमारे शिक्षण संस्था को तत्काल खोलने की अनुमति नहीं दी जाती है, तो हम सभी शिक्षक आत्महत्या करने को मजबूर हो जाएंगे.उपरोक्त विषय पर ध्यान आकृष्ट करते हुए कहना है कि हम लोगों को शिक्षण संस्थान में कक्षा नवम से 12वीं तक के छात्रों को शिक्षण प्रशिक्षण संस्थान आने की अनुमति दी जाए एवं अन्य प्रतिष्ठानों की तरह सामाजिक दूरी का पालन करते हुए तथा अन्य मांगों पर भी अति शीघ्र संज्ञान लेते हुए उचित कार्यवाही करने की कृपा की जाए . अपने प्रमुख मांगे को लेकर उन्होंने कहा कि कक्षा 9 बी से लेकर 12वीं क्लास के छात्रों को शिक्षण प्रशिक्षण प्रारंभ करने की अनुमति दी जाए लॉकडाउन के दौरान मकान किराया माफ किया जाए.
लॉकडाउन के दौरान बिजली बिल पूर्ण रूप से माफ किया जाए.सभी शिक्षकों को उचित जीवन यापन भत्ता दिया जाए एवं सरकारी खर्च पर कोचिंग संस्थान को सैनिटाइजिंग की व्यवस्था किया जाए.इस मौके पर धनंजय ठाकुर शैलेश कुमार उदय कुमार यादव एवं दर्जनों शिक्षक अपनी मांगों के लेकर उपस्थित थे.
मुकेश कुमार की रिपोर्ट