बरहट, प्रखंड अंतर्गत के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बरहट में मरीजों को बेहतर सुबिधा उपलब्ध कराने का सरकार की दावे घुठने के बल साबित हो रही है। इन दिनों यह अस्पताल भगवान भरोसे चल रही है। पुरुष एवं महिला मिलाकर कुल 92207 आबादी वाले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बरहट में समुचित इलाज की जिम्मेवारी एक डॉक्टर के कंधे पर है।बताया जाता है की बरहट पहले दो डॉक्टर कार्यरत थे ।डॉक्टर गौतम आंनद को पुलिस लाइन केंद्र मलयपुर डिप्टेशन पर है तथा पूर्व प्रभारी डॉ सुशील कुमार को चकाई ट्रांसफर कर दिया गया है।
जिसके बाद मरीजों के इलाज की जिम्मेदारी प्रखंड चिकित्सा प्रभारी डॉ विवेक कुमार पर है, जो समय निकालकर ओपीडी में मरीज का ईलाज करते हैं। जब उन्हें जरूरी काम से वाहर जाना रहता है, तो अस्पताल के किसी फोर्थ ग्रेड के गर्मी को ओपीडी की जिम्मेवारी सौंप दी जाती है। जिस कारण यहां मरीजों का डॉक्टर से इलाज करना किसी जंग जीतने से कम नहीं है।
पिछले दिनों से कड़ाके ठंड पड़ते ही अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ गई है। प्रत्येक दिन दर्जनों की संख्या में मरीज इलाज करने के लिए अस्पताल आ रहे हैं। वहीं अस्पताल में इलाज कराने आए हेमलता देवी, सिमा कुमारी, महेश यादव ने बताया की सरकार भले ही सरकारी अस्पताल में मरीज को बेहतर इलाज करने की दावा करते हैं। लेकिन बरहट अस्पताल चिकित्सकों की कमी से जूझ रहा है। पुरुष डॉक्टर से बीमारी के बारे में खुलकर बात नहीं कर पाते हैं। जिस कारण मरीजों को समुचित इलाज नहीं हो पा रही है। इस संबंध में प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी डॉ विवेक कुमार ने बताया की अस्पताल में महिला और पुरुष चिकित्सकों की कमी है । जिस कारण रोगियों को सही से इलाज नहीं हो पा रही है। विभाग जल्द से जल्द दें।
वहीं जिला चिकित्सा पदाधिकारी कुमार महेंद्र प्रताप से जब बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि बरहट में चिकित्सकों की कमी है। जिसकी रिपोर्ट विभाग भेजी गई है ।कुछ नए डॉक्टर आने वाले हैं। उन्हें बरहट में नियुक्त किया जाएगा।
बरहट से शशिलाल की रिपोर्ट