प्रखंड के सभी विभागों के द्वारा संचालित योजना को करेंगे जांच
जमुई -प्रखंड के विभिन्न विभागों में पदस्थापित अधिकारियों को एक समन्वय समिति बनाने की विभागीय निर्देश जारी किया गया है । जिसमें की प्रखंड विकास पदाधिकारी को समिति का सदस्य सचिव बनने के साथ कई महत्वपूर्ण अधिकार भी दिए गए हैं। मिली जानकारी के अनुसार प्रखंड स्तर पर सभी विभागों के अधिकारियों को मिलाकर एक समन्वय समिति बनाई जाएगी। समन्वय समिति की बैठक प्रत्येक महीना आयोजित की जाएगी। बैठक में सभी भागों के पदाधिकारी शामिल होंगे। बैठक में अगर कोई प्राधिकारी बिना सूचना के मौजूद नहीं होता है, तो उसकी शिकायत जिलाधिकारी से की जाएगी। इसके साथ ही अगर कोई अधिकारी काम में लापरवाही करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा भी करने का अधिकार प्रखंड विकास पदाधिकारी को दिया गया है।
प्रखंड स्तरीय संबंध में समिति में प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलअधिकारी, बालविकास परियोजना पदाधिकारी, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी , प्रखंड पशुपालक पदाधिकारी, प्रखंड पंचायत राजपदाधिकारी, प्रखंड कल्याण पदाधिकारी, प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी, प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी, प्रखंड सांख्यिकी पदाधिकारी, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, प्रखंड कृषि पदाधिकारी, उद्योग विस्तार पदाधिकारी, श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी, प्रखंड परियोजना पदाधिकारी जीविका, कार्यक्रम पदाधिकारी मनरेगा, प्रखंड उद्यान प्राधिकारी, सहायक अभियंता और जिला पदाधिकारी के प्रतिनिधि वरीय उपसमाहर्ता को सदस्य बनाया गया है।
जिसमें की सबसे बड़ी जिम्मेवारी प्रखंड विकास पदाधिकारी को दी गई है। प्रखंड विकास पदाधिकारी सभी विभागों द्वारा संचालित योजनाओं के जांच कर वस्तु स्थिति की रिपोर्ट वरीय पदाधिकारी को भेजेंगे। इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी एसके पांडे ने बताया विभागीय निर्देशाअनुसार जल्द प्रखंड के सभी पदाधिकारी के बीच समन्वय समिति समिति बनाकर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बरहट से शशिलाल की रिपोर्ट