383 महिला सिपाहियों के प्रशिक्षण समाप्त होने पर पद एवं गोपनीयता की ली शपथ
जमुई,पुलिस लाइन केंद्र मलयपुर में पहली बार बिहार विशेष सशस्त्र 11 बीं के 383 प्रशिक्षु महिला सिपाहियों का प्रशिक्षण पूरा होने पर बुधवार को दीक्षांत परेड समारोह आयोजन किया गया. जिसमें की मोतिहारी जिला बल से 198 समस्तीपुर से 69 मधुबनी से 82 बांका 21 एवं नवगछिया जिला बल से 13 प्रशिक्षु महिला सिपाहियों ने भाग लिया. समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर पटना रेल पुलिस उपमहानिरीक्षक राजीव रंजन, जिला अधिकारी अवनीश कुमार सिंह ,पुलिस अधीक्षक डॉ सौर्य सुमन मौजूद रहे.
कार्यक्रम की शुरुआत में उप महानिरीक्षक राजीव रंजन एवं समादेष्ठा विनोद कुमार ने परेड का निरीक्षण किया है. इसके बाद राष्ट्रगान के साथ परेड की शुरुआत की गई. पदाधिकारियों की मौजूदगी में सभी सिपाहियों को सामूहिक रूप से पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई गई । परेड में बेहतर प्रदर्शन करने पर प्लाटून नं 1 के कमांडर अंजली कुमारी ,प्लाटून नं 2 के कमांडर प्रियंका कुमारी , प्लॉट नंबर 7 के कमांडर रुकसाना खातून को अधिकारियों ने मेडल देकर सम्मानित किया. करीब दो घंटे तक सिपाहियों के कदमताल से ग्राउंड में भव्य शानदार प्रदर्शन किया. जिसे देखने के लिए सिपाहियों के अभिभावक भी अपने पूरे परिवार के साथ पहुंचे थे.
इस दौरान सिपाहियों के अभिभावकों ने 9 महीने की कठिन प्रशिक्षण प्राप्त कर ग्राउंड में कतार वध होकर खड़ी अपने होनहार बिटिया के सफलता को देख तालियां बजाकर उत्साहवर्धन करते दिखाई दे रहे थे. इस मौके पर पटना रेल उपमहानिरीक्षक राजीव रंजन ने सिपाहियों को संबोधित करते हुए कहा कि आप सबों ने बहुत मेहनत से प्रशिक्षण लिया है. यह प्रशिक्षण आने वाले सेवा के लिए एक मजबूत आधार होगा. पुलिस का मूल कर्तव्य जनता में सुरक्षा की भावना को पैदा करना एवं शांति व्यवस्था बनाए रखना जनता का मदद करना है. एक समय था जब पुलिस विभाग में महिला पुलिस कर्मियों की बहुत कमी थी. इस कारण कार्रवाई करने में भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था, लेकिन अब पुलिस विभाग में महिला पुलिस कर्मियों के आने के बाद बहुत अच्छे से कर्तव्य कर रहे हैं, और यह बहुत ही गर्व की बात है.
समादेष्ठा विनोद कुमार ने कहा कि 9 महीने के कठिन प्रशिक्षण के बीच सभी सिपाहियों को अनुशासन ओर कर्तव्य पालन पाठ पढ़ाया गया है. वही सिपाहियों को बाढ़ की स्थिति में उस से निपटने के लिए भी पटना की एक विशेष टीम के द्वारा प्रशिक्षण दिया गया है. इसके साथ ही आग लग जाने पर बिच्छू काट लेने पर, सांप काट लेने पर इसके अलावा भी विभिन्न प्रकार की प्रशिक्षण दिया गया है. यह तय है कि हमारे सभी सिपाही किसी भी बल से कम नहीं है. सभी सिपाहियो ने बहुत अच्छे से प्रशिक्षण प्राप्त की है और हम उम्मीद करते हैं कि वह जिस भी जिले में कार्यरत रहेंगे वहां अच्छे प्रदर्शन करेंगे. समारोह में सीआरपीएफ कमांडेंट योगेंद्र सिंह मौर्य, समादेष्ठा सह सिपाही प्रशिक्षण केंद्र सिमुलतला मृत्युंजय कुमार चौधरी, पुलिस उपाधीक्षक सह प्रशिक्षण प्रभारी राजकुमार पासवान , सीआरपीएफ डिप्टी कमांडेंट मुकेश कुमार, अलावा बड़ी संख्या में महिला सिपाहियों के अभिभावक व पुलिस पदाधिकारी मौजूद थे.
बरहट से शशि लाल की रिपोर्ट