₹200 का बरामद नकली नोट
बरहट – अगले सप्ताह भगवान शिव का प्रिय पर्व महाशिवरात्रि है। जिसे लेकर बाजारों में भीड़ देखी जा रही है।शिवरात्रि पर्व समापन होने के बाद होली पर्व है । ऐसे मौके पर बाजारों में वस्त्र, मिठाई, और अन्य सामान की खरीददारी बढ़ने के कारण नकली नोटों के चलन की साजिश भी सामने आई है। हाल ही में मलयपुर बाजार के जनरल स्टोर संचालक राजा कुमार के पास एक शख्स ने 200 रुपये का नकली नोट दे दिया।
भीड़-भाड़ में दुकानदार नकली नोट पहचान नहीं पाए और पैसे को स्वीकार कर लिया। लेकिन अगले दिन जब वे व्यापारी को नोट दिया तो ,उक्त 200 का नोट लेने से इंकार कर दिया तो पता चला कि यह नकली है। इसी प्रकार बगल के किराना दुकानदार शिवम कुमार के पास दो व्यक्ति 100 रुपये का नकली नोट लेकर आया। हालांकि शिवम ने नोट की मोटाई और गुणवत्ता देख तुरंत पहचान लिया और उसे लेने से मना कर दिया। इससे पहले भी शिवम के पास एक 500 रुपये का जाली नोट आया था। जिसमें रिजर्व बैंक का स्पेलिंग गलत था। इस प्रकार शिवम समय रहते इस धोखाधड़ी से बच गए।
पुलिस मुख्यालय कर चुके हैं लोगों को सतर्क
बिहार पुलिस मुख्यालय ने जाली नोटों की बढ़ती समस्या को लेकर सभी जिला अधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को एक पत्र भेजा है। जिसमें उन्हें जाली नोट के तस्करों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है। दुकानदारों और आम लोगों से अपील की गई है कि वे खास कर 500 की नोट को स्वीकार करते समय पूरी सतर्कता बरतें। हालांकि पुलिस की चेतावनी के बावजूद बाजारों में नकली नोटों का चलन बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है, जिससे दुकानदारों और ग्राहकों दोनों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।
ऐसे आसानी से पहचानें असली और नकली नोट
इस संबंध में दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक मलयपुर के बैंक प्रबंधक विश्वजीत कुमार दीपक से जब बातचीत की गई, तो उन्होंने बताया कि नोट लेने और देने के समय सभी लोगों को सतर्कता बरतने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि नकली नोट पहचानना आसान है। नकली नोट के पार में आरबीआई नहीं लिखा रहता है तथा पार के कलर में भी अंतर रहता है।जबकि असली नोट के पार में आरबीआई लिखा हुआ रहता है।साथ ही नकली नोट का काजग रूखा टाईप का रहता है।जबकि असली नोट के काजग में वजन रहता है।
बरहट से शशिलाल की रिपोर्ट
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