झाझा,महादलित परिवार कर्ज से परेशान निकल पड़े अपने नवजात बच्चे को 30 हजार में बेचने, कर्जदार ने दंपत्ति के 10 वर्षीय बेटे को बंधक बना लिया है। मामला झाझा थाना क्षेत्र का है जहां एक दंपत्ति अपने कर्ज से परेशान होकर अपने 20 दिन की नवजात बच्चे को 30 हजार में किसी दूसरे महिला को बेचने के फिराक में थे। कर्जदार दंपत्ति के बेटे को बंधक बनाकर कर्ज वसूली के लिए दंपति पर दबाव बना रहे थे। जिसके बाद दंपत्ति परेशान होकर अपने नवजात बच्चे को बेचने के लिए झाझा थाने के निकट पहुंची थी।
उसी दौरान आसपास के लोगों को दंपत्ति द्वारा बच्ची को बेचने की भनक लग गई। स्थानीय लोगों द्वारा पूछताछ करने और हंगामे के दौरान बच्ची को खरीदने के लिए आई महिला मौका देख कर फरार हो गई। कर्ज से परेशान दंपत्ति की पहचान झाझा थाना क्षेत्र के पुरानी बाजार मुसहरी निवासी मेगू मांझी और मधु मांझी के रूप में हुई है। पीड़ित मेगू मांझी ने बताया कि बीते साल वह रामगढ़ में अपने भाई कारू मांझी के पास काम करता था । पैसे की जरूरत पड़ने पर भाई ने ठेकेदार से 5 हजार रुपए का कर्ज दिलाया था। जिसको मैं वापस नहीं कर पाया। कुछ दिनों के बाद मैं वापस झाझा लौट आया। जिसके बाद मेरा भाई और उसकी पत्नी अनिता देवी लगातार पैसा लौटाने का दबाव बनाने लगा। हम लोग कूड़ा कचरा चुन कर अपना गुजारा करते हैं। हमारी आमदनी इतनी नहीं है कि तुरंत पैसे का जुगाड़ करके पैसे वापस दे दें। इसी बीच 2 दिन पहले मेरा 10 वर्षीय बेटा सोनू कचरा चुनने के लिए घर से बाहर गया था। जिसके बाद वह आज तक वापस नहीं लौटा है।
उसी दौरान मेरे बड़े भाई ने फोन कर बताया कि तुम्हारा बेटा मेरे पास है और अब कर्ज की रकम 5000 से बढ़कर 25000 हो गया है। पैसे लेकर आओ और अपने बेटे को ले जाओ। काफी विनती के बाद भी मेरा भाई और उसकी पत्नी दिये हुये रूपये की डिमांड लगातार करते हुये मेरे पुत्र को प्रताड़ित करने लगा। कुछ उपाय न देखकर आखिरकार हमलोग दुधमुंही बच्ची को बेचने पर मजबूर हो गए। और अपनी बच्ची को ₹30000 में बेचने का सौदा कर लिया। हालांकि दंपत्ति ने अभी तक इस मामले की शिकायत थाने में नहीं की है।
झाझा से सोनू कुमार की रिपोर्ट