जाति आधारित गणना समयबद्ध, महत्वपूर्ण एवं अनिवार्य कार्यक्रम; सभी संलग्न पदाधिकारी सजग, तत्पर एवं सतर्क रहकर गणना का कार्य करेंः जिला पदाधिकारी
जमुई, जिलाधिकारी अवनीश कुमार सिंह के द्वारा जिले के विभिन्न प्रखंडों में जाति आधारित गणना के कार्यों की समीक्षा की गई एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी सोनो, झाझा, अंचल अधिकारी सोनो एवं झाझा सहित सभी संबंधित कर्मियों को कई महत्त्वपूर्ण दिशा निर्देश दिए गए। जानकारी देते हुए जिलाधिकारी ने बताया कि बिहार जाति आधारित गणना, 2022 का सफल क्रियान्वयन सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। सभी स्टेकहोल्डर्स (हितधारक) सजग, तत्पर एवं सतर्क रहकर इस कार्य का संचालन करें। जाति आधारित गणना के प्रथम चरण में सभी प्रगणकों, पर्यवेक्षकों, चार्ज ऑफिसर्स सहित सभी पदाधिकारियों ने अच्छा काम किया है। पुन: आप सभी सराहनीय ढंग से कार्य करेंगे ऐसी आशा है। उन्होंने कहा कि जाति आधारित गणना एक वृहद एवं महत्वपूर्ण कार्य है। इसकी समयबद्धता, महत्ता एवं अनिवार्यता को ध्यान में रखते हुए सभी कार्यों को ससमय एवं सफलतापूर्वक निष्पादन करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण प्रशासनिक तंत्र इस उद्देश्य हेतु सक्रिय एवं प्रतिबद्ध है।जमुई जिले में कुल 13 चार्ज है। गणना खण्ड/उप गणना खण्डों की संख्या 3991 चार्ज अंतर्गत परिवारों की कुल 461946 एवं प्रगणकों की संख्या 3991तथा पर्यवेक्षकों की संख्या 697 है। गणना की बारीकियों को समझाते हुए जिला पदाधिकारी ने कहा कि हमारी सरकार द्वारा जातियों से संबंधित वास्तविक आंकड़े प्राप्त करने के उद्देश्य से बिहार में निवास करने वाली सभी जातियों की गणना का निर्णय लिया गया है। जाति आधारित गणना से लोक कल्याणकारी एवं विकासात्मक योजनाओं तथा कार्यक्रमों को एक नया आयाम मिलेगा। अतः सभी गणना कर्मियों को अपने उत्तरदायित्व को पूरी लगन और सत्यनिष्ठा से निर्धारित समय अवधि में पूर्ण करना होगा। उन्होंने कहा कि द्वितीय चरण का कार्य मोबाइल ऐप, गणना प्रपत्रों एवं पोर्टल के माध्यम से हो रहा है।जिला पदाधिकारी के द्वारा उपस्थित सभी मेंटर पदाधिकारी को बताया गया कि गणना कर्मियों को सभी पहलुओं, तथ्यों एवं तरीकों की विस्तृत, सारगर्भित एवं गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण दी गयी है। प्रशिक्षण में जाति आधारित गणना के द्वितीय चरण की विषय वस्तु, गणना प्रपत्र एवं प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी दी गयी है। गणना प्रपत्र के प्रश्न एवं विकल्प, जाति एवं कोड की प्रविष्टि, दोहरी प्रविष्टि पर रोक, बिहार जाति आधारित गणना ऐप की जानकारी, ऐप के उपयोग की प्रक्रिया के साथ ऐप का हैंड्स-ऑन प्रशिक्षण दिया गया है। बिहार जाति आधारित गणना पोर्टल की जानकारी एवं उपयोग की वृहत जानकारी दी गयी है।
जिला पदाधिकारी के द्वारा जाति आधारित गणना के व्यावहारिक पहलुओं के बारे में विस्तार से बताया गया है। आईटी तकनीकी पहलुओं यथा पोर्टल एवं मोबाइल एप के बारे में बताया गया है। दोहरी प्रविष्टिकरण रोकने के लिए अचूक व्यवस्था है। डमी आँकड़ों से दोहरी प्रविष्टि की जाँच की जाएगी। गणना के हर एक पहलू को सूक्ष्मता से समझाते हुए जिला पदाधिकारी ने कहा कि द्वितीय चरण में वास्तविक गणना कार्य हो रहा है। सभी सम्बद्ध पदाधिकारियों एवं कर्मियों को जाति आधारित गणना के विभिन्न आयामों एवं अवयवों से पूरी तरह अवगत होना आवश्यक है। सभी चार्ज पदाधिकारी, सहायक चार्ज पदाधिकारी एवं फिल्ड ट्रेनर्स प्रश्नों की प्रकृति सहित सभी बिन्दुओं को अच्छी तरह समझ लें। किसी प्रकार की दुविधा की स्थिति में वरीय अधिकारियों से प्रश्न अवश्य पूछें। जिला पदाधिकारी जमुई ने कहा कि द्वितीय चरण में मोबाइल ऐप और पोर्टल पर कार्य किया जा रहा है। अतः आई टी सहायक की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है। प्रत्येक प्रगणक और पर्यवेक्षक के मोबाइल पर मोबाइल ऐप डाउनलोड करना है। उनको उपलब्ध कराए गए यूजर आईडी एवं पासवर्ड से लॉग इन किया जाना है। गणना कार्य हेतु सभी गणना कर्मियों, जिन्हें गणना कार्य हेतु नियुक्त किया गया है, अपनी नियुक्ति से संबंधित गणना/उप गणना ब्लॉक की सीमा के भीतर भ्रमण करेंगे एवं उक्त गणना/उप गणना ब्लॉक में आवासित सभी परिवारों से बिहार जाति आधारित गणना प्रपत्र में अधियाचित जानकारी एकत्र करेंगे तथा सभी आवश्यक जानकारियों की प्रविष्टि मोबाइल ऐप के माध्यम से भी करना सुनिश्चित करेंगे। गणना प्रपत्र एवं मोबाइल ऐप में अपेक्षित जानकारी एकत्रित करने के लिए 17 प्रामाणिक मदों के संबंध में गणना/उप गणना ब्लॉक के क्षेत्र में आवास करने वाले सभी परिवारों के सभी व्यक्तियों से पूछकर जानकारी की प्रविष्टि सुनिश्चित की जायेगी।इस बैठक में वरीय उपसमाहर्ता जमुई रवि प्रकाश गौतम, प्रखंड विकास पदाधिकारी झाझा, सोनो एवं अंचल अधिकारी झाझा, सोनो सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।