Jamui – जिले के बरहट प्रखंड अंतर्गत नुमर पंचायत के किसान श्री से सम्मानित 65 वर्षीय दिलीप कुमार सिंह पारंपरिक खेती छोड़कर फलदार पौधों की खेती कर सालाना 25 लाख कमा रहे है। ये किसान अपने बगीचे में आम, लीची, अमरुद सहित कुल 17 तरह के अलग-अलग प्रजाति के पौधों की खेती कर रहे हैं। इसके साथ ही वे पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी लोगों को दे रहे हैं। इनके द्वारा किए जा रहे फलदार पौधों की खेती से गांव के 10 से 15 लोगो को रोजगार भी मिल रहा है।
जमुई टुडे के संवाददाता से बातचीत के क्रम में किसान श्री से सम्मानित 65 वर्षीय किसान दिलीप कुमार सिंह बताया कि धान और गेहूं की पारंपरिक खेती से किसी प्रकार का मुनाफा नजर नहीं आ रहा था। स्थिति ऐसी हो जाती है कि फसल से पूंजी तक वापस नहीं लौटती थी। ऐसे में हमने यह निर्णय लिया की मैं आम की खेती करूंगा और 10 साल पहले इसकी शुरुआत की और आज 13 बीघा में कई प्रकार के फलों का पौधा लगाए हैं। उन्होंने बताया कि 3 साल में एक पौध तैयार हो जाता है। उन्होंने बताया कि यह आइडिया उन्हे अपने एक रिश्तेदार से मिला। अपने रिश्तेदार के गांव में देखा की वहा के लोग आम सहित अन्य कई प्रकार के फलदार पौधों की खेती कर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं।
किसान दिलीप कुमार सिंह बताया कि सारे फलदार पौधे अररिया के फारबिसगंज और भागलपुर के रजौन से मंगवाए है। वर्तमान में 13 बीघा में आम की खेती कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि इससे पर्यावरण की भी सुरक्षा होती है। किसान दिलीप सिंह जिले के अन्य किसानों को यह संदेश देना चाहते हैं कि पारंपरिक खेती के अलावे फलदार पौधे की भी खेती करे, जिससे अच्छी खासी आमदनी होगी।
बरहट से शशिलाल की रिपोर्ट