बरहट – मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए मत्स्य विभाग ने जलाशय मास्की विकास योजना के तहत कबायद शुरू कर दिया है। इस योजन के तहत प्रखंड अंतर्गत के कुकुरझप डैम के 680 एकड़ में मछली पालन की स्वीकृति मत्स्य विभाग की और से मिल गया है। जिसके लिए मत्स्य विभाग ने 5 साल के लिए डैम की बंदोबस्ती की है। बंदोबस्ती किए जाने के बाद संवेदक के द्वारा डैम के एक हिस्सा में केज बिधि से रेहु और कतला प्रजाति के 20 लाख मछली का जीरा डाला गया है।
3 लाख की लागत से एक केज मछली का उत्पादन किया जाएगा। पूरे पांच साल में 380 केज मछली पिंजरे में डाल कर उत्पादन किये जाने की बात कही जा रही है। अभी शुरुआत में डैम के एक हिस्सा में जीरा डाला गया है जो तैयार होने के बाद संपूर्ण डैम में को डाला जाएगा। वहीं बीज को तैयार करने में आधा दर्जन मजदूर लगे हुए हैं। मछली पालन के लिए डैम में दो वोट भी मंगवा लिए गए हैं।
स्थानीय लोगों को मिलेगा रोजगार
कुकुरझप डैम बरहट पंचायत में स्थित है। यहां के लोग आज भी जंगल से लड़कियां लाकर अपना जीवन यापन करते हैं। यहां मछली पालन होने से स्थानीय लोगों को 12 व्यक्ति प्रति अच्छा समूह बनाकर रोजगार दिया जाएगा।अभी एक समूह बनाकर लोगों को रोजगार दी जा रही है।अलबत्ता मछली पालन से स्थानीय लोगो को रोजगार को बढ़ावा मिलेगा और लोगों को रोजी-रोटी का साधन मिलने की आस जगी है। इसके साथ ही इस इलाके की तस्वीर बदल जाएगी।
पर्यटक स्थल के रूप में डैम को किया जाएगा विकसित प्राकृतिक के गोद में बसा कुकुरझप डैम के किनारे हिलकोर मारते पानी ,बांध के चारों ओर पीपल ,शीशम,महुआ तथा अन्य फल -फूलों के पेड़ से निकलने वाली अमृत ह्रदय को तृप्त कर देता है। मछली के दौरान सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो डैम को पर्यटक स्थल के रूप में भी विकसित किया जाएगा। जिसके लिए संवेदक ने जिलाधिकारी से डैम के चारों और बिजली आपूर्ति की व्यवस्था उपलब्ध कराने की अपील की है। बिजली की सुविधा उपलब्ध हो जाने के बाद डैम के किनारे -किनारे पक्की सड़क का निर्माण किया जाएगा। पश्चात सड़क के किनारे आकर्षक फूल एवं पौधे लगाए जाएंगे। पर्यटको को जलाशय का आनंद लेने के लिए बॉट की सुविधा की जाएगी।
इस संबंध में जिला मत्स्य पदाधिकारी पंडित ने बताया कि बरहट के कुकुरझप डैम में मछली पालन के बढ़ावा देने के लिए केज विधि से मछ्ली पालन करने की स्वीकृति दे दी गई है। जिस पर की जोर-जोर से काम चल रहा है। बरहट में मछली पालन होने से स्थानीय लोगों को रोजगार मुहैया कराई जाएगी ।
बरहट से शशिलाल की रिपोर्ट