Jamui, सदर अस्पताल में जहरीले सांप काटने के बाद इलाज के लिए लाई गई महिला के परिजनों ने हॉस्पिटल में ही ओझा को बुलाकर सांप का जहर उतारने के लिए झाड़-फूंक करने लगे। जिसका वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। परिजनों द्वारा सदर अस्पताल में घंटों अंधविश्वास के चक्कर में पड़ कर झाड़-फूंक कराया गया। मिली जानकारी के अनुसार दिघी गांव निवासी छोटू यादव की पत्नी सुनीता देवी को किसी जहरीले सांप ने काट लिया था।
सांप काटने के बाद परिजनों द्वारा गांव में ही पहले ओझा को बुलाकर झाड़-फूंक करवाया गया। लेकिन जब घंटों झाड़-फूंक करने के बाद महिला की स्थिति बिगड़ने लगी तो उसे परिजनों द्वारा सदर अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया। सदर अस्पताल में डॉक्टरों द्वारा महिला का इलाज किया जा रहा था।
लेकिन सदर अस्पताल में इलाज के दौरान महिला के परिजनों को फिर लगा कि महिला झाड़-फूंक से ही ठीक हो सकती है तो दोबारा अस्पताल परिसर में ओझा द्वारा झाड़-फूंक कर महिला का इलाज किया जाने लगा। कुछ देर बाद परिजनों ने महिला की महिला की स्थिति ठीक बताकर उसे अस्पताल से वापस ले गए। लेकिन बताया जाता है कि महिला की स्थिति और भी बिगड़ने लगी तब परिजनों द्वारा महिला को इलाज के लिए पटना ले जाया गया है। पटना में महिला का इलाज चल रहा है।
सांप काटने के मामले में डॉक्टरों और एक्सपर्ट का कहना है कि अगर किसी को जहरीले सांप ने काटा है तो तुरंत मेडिकल इलाज की जरूरत पड़ती है। अंधविश्वास के चक्कर में ना पड़े, नहीं तो जान से हाथ धोना पड़ सकता है। अगर जहरीले सांप ने काटा है तो किसी भी स्थिति में झाड़-फूंक से इलाज संभव नहीं है। सांप काटने के मामले में अगर समय से मेडिकल ट्रीटमेंट किया जाए तो मरीज की जान बचाना पूरी तरह संभव है।
कुमार नेहरू कि रिर्पोट