जमुई, झाझा थानाध्यक्ष राजेश शरण के वायरल वीडियो मामले में विभागीय जांच में उनको दोषमुक्त पाया गया है। इसके साथ ही वरीय पदाधिकारियों द्वारा थानाध्यक्ष को अपने बातों पर संयम रखने की चेतावनी दिया गया है। विदित हो कि झाझा थानाध्यक्ष का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। जिसमें वह थाने में कहते दिख रहे थे कि टेररिस्ट बनाना हम लोगों का काम है बना देते हैं एक सेकंड में।
वीडियो आने के बाद जमुई एसपी डॉ शौर्य सुमन के द्वारा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी झाझा को मामले की जांच करने का निर्देश दिया गया था। मामले की जांच में यह बात प्रकाश में आया कि झाझा के दो पत्रकार ग्रामीणों की शिकायत पर नरगंजो में स्थित मध्य विद्यालय में अव्यवस्था की सूचना पर समाचार संकलन करने पहुंचे थे। समाचार संकलन के दौरान मुन्ना कुमार पिता गणेश प्रसाद यादव निवासी नरगंजो झाझा द्वारा रिपोर्टिंग करने गए दोनों पत्रकार के साथ गाली गलौज एवं अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए धमकी दिया गया। जिसके बात दोनों पत्रकारों द्वारा झाझा थाना में लिखित रूप से शिकायत की गई थी। लिखित शिकायत के आधार पर आरोपी मुन्ना कुमार को थाने में बुलाया गया। मुन्ना कुमार बीते 11 अप्रैल 2023 को कुछ ग्रामीण एवं विद्यालय के शिक्षकों को साथ लेकर अपना पक्ष रखने थाना आया था। इस दौरान वहां पर झाझा के कई पत्रकार भी मौजूद थे।
पूछताछ के दौरान आरोपी मुन्ना कुमार उग्र एवं उत्तेजित होकर थानाध्यक्ष के साथ उग्र भाषा का प्रयोग किया। आरोपी मुन्ना कुमार द्वारा थाना अध्यक्ष को बोला गया कि आप लोग टेररिस्ट बनाते हैं। थानाध्यक्ष ने मुन्ना कुमार की उग्र शब्दों को सुनकर उसी के बातों को दोहराते हुए कह दिया कि टेररिस्ट बनाना हम लोगों का काम है बना देते हैं एक सेकंड में।
जांच के दौरान अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी झाझा द्वारा आरोपी मुन्ना कुमार के फोन पर संपर्क साधने का प्रयास किया गया, लेकिन उसका मोबाइल बंद पाया गया। आरोपी मुन्ना कुमार और उसके साथ आए ग्रामीण एवं शिक्षकों द्वारा थाना में एक लिखित माफीनामा भी दिया गया। जिसमें अंकित किया गया कि हम अपने कृत्य के लिए माफी मांगते हैं इसके लिए मुझे माफ करेंगे। साथ ही अनुरोध किया गया कि इस विषय को यहीं स्थगित कर दिया जाए।
जमुई पुलिस द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी कर उक्त बात की जानकारी दी गई। इसके साथ ही बताया गया कि झाझा थानाध्यक्ष राजेश शरण के द्वारा अति नक्सल प्रभावित इलाके में कई नक्सल रोधी अभियान चलाया गया। जिसमे पुलिस को काफी सफलता मिली है। इनके द्वारा नक्सल प्रभावित जुरपुनिया गांव में सामुदायिक पुलिसिंग के तहत मेडिकल कैंप का आयोजन किया गया था। झाझा थाना क्षेत्र के कई कांडों के उद्भेदन में थानाध्यक्ष राजेश शरण का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
कुमार नेहरू की रिर्पोट