सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर 7 लड़को से लिया 15 लाख रुपये, नौकरी नहीं लगी तो ब्रोकर को कर लिया अपहरण
Jamui, पटना जिले के मीठापुर थाना क्षेत्र अंतर्गत अपहृत हुए युवक किशन कुमार को लक्ष्मीपुर पुलिस ने थाना क्षेत्र अंतर्गत आनंदपुर गांव से सकुशल बरामद किया है। युवक की पहचान मुंगेर जिले के निवासी किशन कुमार के रूप में हुई है। इसके साथ ही अपहरण के आरोप में पुलिस में 7 युवकों को भी गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। गिरफ्तार अपहरणकर्ता की पहचान लखीसराय जिले के चानन थाना क्षेत्र अंतर्गत चुरामन बीघा गांव निवासी सतीश कुमार पिता सुबोध मंडल, मुंगेर जिले के खड़गपुर थाना क्षेत्र के प्रीतम कुमार पिता महेश विश्वकर्मा, जमुई जिले के सदर थाना क्षेत्र के अमित कुमार पिता अजय कुमार मंडल व खैरमा गांव निवासी अमन कुमार पिता गोर्धन दास ,बुकार गांव निवासी नरेश कुमार पिता धीरेंद्र यादव ,अरवल जिले के कुरधा थानां क्षेत्र रेपुता निवासी नीतीश कुमार पिता धर्मेंद्र यादव एवं लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत निवासी महुआगढ़ निवासी अनुपम कुमार पिता कृष्णदेव तांती के रूप में की गई है। बताया जाता है कि ,सभी आरोपियों ने किशन को नौकरी लगाने के नाम पर पैसा दिया था।
मामले की जानकारी देते हुए लक्ष्मीपुर थाना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी डॉ राकेश कुमार ने बताया की किशन कुमार पटना जिले के मीठापुर में रहकर इवेंट ऑर्गेनाइजर काम करता था। गुरुवार की अपहरण के आरोप में गिरफ्तार अपहरणकर्ताओं ने किशन का अपहरण कर लिया था। इस मामले को लेकर पटना के रूपसपुर थाना में एफआईआर दर्ज किया गया था। इसके बाद से ही पटना पुलिस संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही थी। इसी दौरान अपहरणकर्ता का मोबाइल लोकेशन लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र के आनंदपुर गांव में मिला। इसके बाद पटना पुलिस ने जमुई के पुलिस अधीक्षक से संपर्क किया। सूचना पर पुलिस अधीक्षक डॉ शौर्य सुमन ने लक्ष्मीपुर थानाध्यक्ष को त्वरित कार्रवाई कर अपहृत हुए युवक को सकुशल बरामद करने का निर्देश दिया। तत्पश्चात लक्ष्मीपुर थाना के थाना अध्यक्ष राज्यवर्धन कुमार एसआई विजय कुमार चौधरी दल बल के साथ आनंदपुर गांव पहुंचा और गांव की घेराबंदी कर अपहृत युवक सहित 7 अपहरणकर्ता को गिरफ्तार कर लिया। एसडीपीओ ने बताया की मामला पैसे की लेनदेन का था।अपहरणकर्ता ने 10 लाख रुपए की मांग की थी। इस मामले में पुलिस और भी जानकारी प्राप्त कर रही है।
नौकरी के नाम पर युवकों ने दिया था पैसा, जब नौकरी नहीं लगी तो पैसे वापस लेने के लिए कर लिया अपहरण
बताया जाता है कि किशन कुमार व अपहरणकर्ता अमन कुमार आपस में दोस्त बताया जाता है। किशन कुमार नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से मोटी रकम वसूल करता था। किशन ने सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर अमन और अमन के कई दोस्तों से लाखों रुपया ले लिया था। जिसके बाद किशन ने जिन लड़कों से रुपया लिया था उनको गलत जॉइनिंग लेटर भी उपलब्ध करा दिया। जब जॉइनिंग लेटर गलत पाए जाने के बाद अमन के दोस्त ने अमन से पैसे की मांग करने लगा तो अमन अपने दोस्तों को किशन से मिलाने पटना लेकर चला गया। इसी दौरान कहा सुनी हुई और अमन अपने दोस्तों के साथ मिलकर किशन का अपहरण कर लिया और किशन को छोड़ने के एवज मे 10 लाख रुपए की मांग किया था। वहीं पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर आगे की कार्यवाही कर रही है।
बरहट से शशिलाल की रिपोर्ट