जमुई जिला के झाझा प्रखंड के छोटे से गांव जमूखरैया के रहने वाले ब्रीजू आज अपनी पहचान मूर्ति कला में अपनी हुनर के दम पर पूरे भारत में बना रहे हैं। ब्रीजू की बनाई हुई मूर्तियां एकदम जीवंत हो उठती है। ब्रीजू अपने स्टूडियो में फाइबर, तांबा, पीतल और संगमरमर की आदमकद मूर्तियां बनाकर पूरे भारत में भेज रहे हैं।
अभी हाल ही में महाराष्ट्र के पूर्व डिप्टी सीएम गोपीनाथ मुंडे का मूर्ति बनाने का ऑर्डर ब्रीजू को मिला है, जिस पर वह तेजी से कम कर रहे हैं। इसके साथ ही ब्रीजू के स्टूडियो में बिरसा मुंडा की आदमकद प्रतिमा लगभग तैयार है, जिसको नवोदय विद्यालय गोड्डा के मेन गेट पर लगाया जाएगा। इसके साथ ही ब्रीजू स्टूडियो में कई मूर्तियां बन रही है जो भारत के अलग-अलग राज्यों में जाएगी।
ब्रीजू बताते हैं कि झारखंड में सीएम आवास पर लगा पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन की मूर्ति उन्होंने ही बनाई है। इस काम से उन्हें झारखंड में बहुत पहचान मिली। ब्रीजू के माता-पिता कभी बीड़ी मजदूरी का काम करते थे, बेहद गरीबी में पले बढ़े ब्रीजू को बचपन से ही पेंटिंग और मूर्तियां बनाने का शौक था। अपने इसी शौक को कैरियर बनाते हुए ब्रीजू ने बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी से फाइन आर्ट्स में मास्टर डिग्री हासिल किया है। बैचलर ऑफ़ फाइन आर्ट्स में उन्हें गोल्ड मेडल भी मिल चुका है।
पढ़ाई करने के बाद जमुई के छोटे से गांव में रहकर, पूरे भारत में बना रहे हैं अपनी पहचान किसी बड़े शहर का रुख न करके अपना गांव वापस लौट आया, और आज अपने माता-पिता और परिवार के साथ मिलकर पूरे भारत में अपनी बनाई हुई मूर्तियों से अपनी पहचान बना रहे हैं। ब्रीजू अपने परिवार में अकेला व्यक्ति है जिसने मास्टर डिग्री तक पढ़ाई की है। इनका एक छोटा भाई बिहार से बाहर जाकर फैक्ट्री में मजदूरी करता था। आज वह भी बिरजू के साथ उसके काम में हाथ बटाता है। वही ब्रीजू का एक छोटा भाई अभी पढ़ाई कर रहा है। अपने मेहनत और हुनर के दम पर ब्रीजू ने ये साबित कर दिया कि , सफल होने के लिए बड़े शहरों में ना जाकर गांव में ही रहकर मेहनत और लगन के दम पर सफलता हासिल किया जा सकता है। ब्रीजू की बनाई कलाकृति आज देश के 15 से ज्यादा राज्यों में बड़े-बड़े संस्थानों में लगा ।
Jamui Today News Desk