Jamui – मलयपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत कियुल नदी में मंगलवार की शाम बिजली का 33 हजार हाई टेंशन तार को मरम्मत कर रहे एक ठेकेदार का निजी बिजली मिस्त्री किऊल नदी में डूबने से लापता हो जाने का मामला प्रकाश में आया है। लापता बिजली मिस्त्री की पहचान खैरा थाना क्षेत्र अंतर्गत जीत झिगोंई गांव निवासी विवेक यादव पिता सतनारायण यादव के रूप में हुई है। विवेक के द्वारा काम करने के दौरान पानी में गिर जाने से मौत हो जाने की बात कह परिजनों ने जमुई -मलयपुर मुख्य मार्ग पत्नेश्वर चौक को तकरीबन 2 घंटे तक जाम कर दिया।
इस दौरान सड़क के दोनों और छोटी बड़ी गाड़ियों की कतार लग गई। सड़क जाम की सूचना पर प्रखंड विकास पदाधिकारी एसके पांडेय, अंचलाधिकारी मयंक अग्रवाल, मलयपुर थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर विकास कुमार, बरहट थानाध्यक्ष कुमार संजीव पहुंचे और सड़क जाम कर रहे परिजनों कड़ी मशक्कत से समझा बुझा कर सड़क पर से हटवाया।
सड़क जाम कर रहे लापता बिजली मिस्त्री के पिता सत्यनारायण यादव ने बताया की विवेक काम करने के लिए नहीं जाना चाह रहा था। लेकिन बल जबरन ठेकेदार के आदमियों ने उसे काम पर लेकर आया था। विवेक शाम को घर नहीं पहुंचा तो अन्य लोगों से पता करने पर मालूम हुआ की विवेक 4:00 बजे से लापता है। इसके बाद ठेकेदार से संपर्क किए परंतु संपर्क नहीं हो पाया। आनन फानन में जब कियुल नदी पहुंच कर खोज बिन किए पर कुछ भी पता नहीं चल सका। वही किसी ने काम करने के दौरान नदी में गिर जाने की बात कही। जिसके बाद स्थानीय तैराकों से पानी में काफी खोज कराई गई। लेकिन कुछ ही पता नहीं चल सका।
बिजली विभाग के पदाधिकारी व ठेकेदार पर केस दर्ज करने मांग
मृतक के पिता ने मलयपुर थाना में आवेदन देते हुए बिजली विभाग के कार्यपालक पदाधिकारी, कनिय अभियंता के साथ संबंधित ठेकेदार पर अपने विवेक से जबरन काम पर ले जाने तथा तार जोड़ने के दौरान पानी में गिरकर मौत हो जाने की आरोप लगाकर थाना में आवेदन दिया है। दिए आवेदन में बिजली मिस्त्री के पिता ने बताया विश्वकर्मा पूजा होने के कारण विवेक कम पर जाना नहीं चाह रहा था। लेकिन ठेकेदार जबरदस्ती उसे कम पर ले गया और काम करने के दौरान ही विवेक लापता हो गया। लापता हो जाने के बाद ठेकेदार और बिजली विभाग पदाधिकारी लोग खोजना मुनासिब नहीं समझा। बेटा को गायब हुए 18 घंटा अधिक समय हो गया लेकिन ना तो ठेकेदार और ना ही कोई बिजली विभाग के पदाधिकारी लोग हम लोगों से मिलने आए। जिस कारण वे लोग संदेह की घेरे में है।
एनडीआरएफ की टीम इंतजार में लगे रहे पदाधिकारी
बिजली मिस्त्री लापता हो जाने की सूचना जैसे ही मंगलवार की शाम अंचलाअधिकारी मंयक अग्रवाल को मिला वे कियुल नदी पहुंचकर मामले की जांच पड़ताल में जुट गए । वहीं लापता में बिजली मिस्त्री के परिजनों बिजली तार मरम्मत करने के दौरान पानी में गिर जाने से मौत हो जाने की बात एनडीआरफ टीम को बुलाकर को खोजबाने की मांग की। किंतु जिला में एनडीआरएफ की टीम नहीं रहने की वजह से वह नहीं आ पाए। अंत में आक्रोशित होकर परिजनों ने बुधवार की सुबह सड़क जाम कर विवेक की बरामगी की मांग पर डटे रहे।
परिजनों का रो रो कर बुरा हाल
बताया जाता है की विवेक घर का एक मात्र कमाऊ इंसान था। वे जमुई के एक नाम चिन्ह ठेकेदार के पास बिजली मिस्त्री के तौर पर कर अपना घर परिवार को चलाया करता था। विवेक को दो छोटी छोटी बेटी है। पहली बेटी मानसी कुमारी 5 साल की तो दूसरी बेटी मानवी 3 साल की है। वहीं विवेक की पत्नी और उसकी मां अपने भाग्य को कोसते हुए सड़क पर बार-बार बेहोश होकर गिर जा रही थी।
कहते हैं प्रखंड विकास पदाधिकारी
इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी एसके पांडेय ने बताया बिजली का हाई टेंशन तार का मरम्मत करने के दौरान विवेक पानी में डूब जाने से लापता होने की आरोप लगा कर परजनों के द्वारा सड़क जाम किया गया था ।समझा बूझकर आवागमन चालू कराया गया । एनडीआरएफ टीम को बुलाकर पानी में खोजबीन कराया जाएगा ।मामले की जांच पड़ताल की जा रही है उचित कार्रवाई की जाएगी।
बरहट से शशि लाल की रिपोर्ट