जमुई, जिला पदाधिकारी अवनीश कुमार सिंह के अध्यक्षता में चकाई स्थित स्व० श्री फाल्गुनी प्रसाद यादव महाविद्यालय के प्रांगण में मिलेट श्रीअन्न से लाभ विषय पर एक वर्कशॉप का आयोजन बाल विकास परियोजना पदाधिकारी चकाई द्वारा किया गया।जिसमें प्रदान संस्था संयोजक के रूप में सम्मिलित थीं। सर्वप्रथम जिला पदाधिकारी अवनीश कुमार सिंह के द्वारा दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी तथा बाल विकास परियोजना पदाधिकारी द्वारा श्री अन्न से बना पुष्पगुच्छ जिला पदाधिकारी महोदय को भेंट किया गया। इस क्रम में कोदो बाजार किसान उत्पादक संगठन की दीदियों द्वारा मिलेट उत्पादन एवं उसके प्रसंस्करण तथा मिलेट कुकीज लड्डू के निर्माण की पूरी प्रक्रिया बताई गई और अपनी सफलता की कहानी भी जिला पदाधिकारी के समक्ष रखा गया। बाल विकास परियोजना पदाधिकारी चकाई श्रीमती ज्योति द्वारा पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से मिलेट के इतिहास उस से होने वाले लाभ सरकार द्वारा मुहैया सुविधाएं तथा उत्पादन से जुड़े सफलता की कहानियां को भी प्रदर्शित किया गया ।
जिला पदाधिकारी द्वारा अपने अभिभाषण में बताया गया की मिलेट यानी कि श्री अन्न चकाई एवं जमुई जैसे अल्प सिंचित तथा कम उपजाऊ जमीन हेतु सर्वश्रेष्ठ फसल है जिसका उत्पादन कर किसान एवं दीदियां आर्थिक रूप से अपने आप को सुदृढ़ कर रही हैं। शराबबंदी के पूर्व जिस मिलेट का उपयोग शराब बनाने में किया जाता था उसका आज उपयोग कुकीज और लड्डू बनाने में किया जा रहा है। केंद्र सरकार को भी डेढ़ सौ किलो लड्डू चकाई के कोदो उत्पादक समूह द्वारा भेजा गया है जो अत्यंत उत्साहवर्धक है।जिला पदाधिकारी के द्वारा मिलेट उत्पाद बनाने हेतु नए मशीन लगाने का भी आश्वासन दिया गया एवं कुसमा जाकर प्रोडक्शन प्लांट का भी निरीक्षण किया गया। जिला पदाधिकारी द्वारा बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को यह निर्देश दिया गया कि पायलट प्रोजेक्ट के रूप में 10 आंगनवाडी केंद्रों पर प्रतिदिन बच्चों को स्नेक्स के रूप में मडुआ का लड्डू दिया जाए और उसका प्रस्ताव बनाकर भेजा जाए । उनके द्वारा बताया गया कि श्री अन्न में आयरन कैल्शियम फास्फोरस फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जिस कारण से यह बच्चों के विकास एवं गर्भवती धात्री महिलाओं के लिए बहुत ही लाभप्रद है।जिला पदाधिकारी द्वारा यह भी सलाह दिया गया की वेबसाइट के माध्यम से मिलेट उत्पादों का अधिक से अधिक प्रचार प्रसार किया जाना चाहिए जिससे लोगों में जागरूकता फैल सके तथा चकाई में उत्पादित मिलेट प्रोडक्ट्स पूरे देश में भेजे जा सके। जिला पदाधिकारी के द्वारा चकाई प्रखंड अंतर्गत किए जा रहे जाति आधारित गणना का भी निरीक्षण किया गया एवं संबंधित पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।
जमुई टुडे न्यूज डेस्क