बरहट -1 से 6 साल के बच्चों को बेहतर शिक्षा व स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए समेकित बाल विकास सेवा परियोजना विभाग की ओर से बरहट में 106 आंगनबाड़ी केन्द्र का संचालन कर भले ही दावे किए जा रहे है। लेकिन प्रखंड परियोजना बरहट क्षेत्र के अधिकांश आंगनबाड़ी केंद्र ही कुपोषित है।यहां के आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों को मिलने वाली पानी,बिजली,शौचालय तक की मूलभूत सुविधाएं से महरूम है।जिस कारण बच्चों के साथ आंगनबाड़ी केंद्रों पर टीकाकरण कराने आने वाली गर्भवती महिलाओं को काफी समस्या उठानी पड़ रही है। जिससे की अंदाजा लगाया जा सकता है कि समेकित बाल विकास परियोजना विभाग के द्वारा बच्चों और गर्भवती महिलाएं के लिए चलाए जा रहे हैं गुणवत्ता पूर्ण योजनाएं सिर्फ कागजों पर नजर आ रहे हैं।
अधिकांश केंद्र निजी भवन में संचालित
106 आंगनबाड़ी केंद्रों में से 40 आंगनबाड़ी केंद्र निजी भवन में संचालित हो रही है।गर्मी के शुरुआत दिनों में ही अधिकांश केंद्रों पर न तो पानी की व्यवस्था है न ही बिजली की।इसके अलावा बच्चों को खेलने के लिए पर्याप्त जमीन व खेल खिलौने की सुविधा नहीं है।जिस कारण आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों की उपस्थिति भी कम पाई जाती है।जिसका सबसे ज्यादा फायदा सेविका को होती है।सूत्रों की माने तो प्रखंड कार्यलय के कर्मियों की साठ- गांठ से बच्चे व गर्भवती महिलाओं को मिलने वाली सुविधाओं में भारी कटौती कर ली जाती है और वाउचर के नाम पर पूरा बिल जमा कर दिया जाता है। इसके बावजूद भी विभागीय अफसरों का ध्यान इस और नहीं जा रहा है।
कहते हैं पदाधिकारी
इस संबंध में जिला प्रोग्राम पदाधिकारी रेखा कुमारी से जब बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों को मिलने वाली मूलभूत सुविधा उपलब्ध नहीं रहने की बात चिंताजनक है।जहाँ पर बिजली, पानी व शौचालय की सुविधा उपलब्ध नहीं है वहाँ पर जल्द से जल्द सुविधाएं उपलब्ध करने को संबंधित कर्मियों को निर्देश दी जाएगी।
बरहट से शशिलाल की रिपोर्ट