JAMUI -बुधवार को विधायक श्रेयसी सिंह बरहट पंचायत के कोयवा गांव में विधायक निधि कोस से निर्माण कराए गए 5 सौ मीटर का पीसीसी सड़क एवं तमकुलिया गांव में नवनिर्मित छठ घाट का फीता काटकर उद्घाटन किया। पश्चात उन्होंने ग्राम चौपाल का आयोजन कर लोगों की समस्याओं से रूबरू हुए। वहीं उन्होंने दर्जन भर से अधिक छठ व्रतियों के बीच साड़ी का वितरण किए।
मौके पर उन्होंने ग्रामीण को महापर्व छठ की शुभकामना कामना देते हुए कहा की महापर्व के दिन हमें आप लोगों के बीच आने का मौका मिला इसके लिए मैं आप सबों का शुक्रगुजार हूँ। एक बेटी को आप सभी ने विधायक बनने का मौका दिया तो बिना किसी भेदभाव किये क्षेत्र के विकास के लिए संकल्पित हूँ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा चलाए जा रहे जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ सभी लोगों दिलाना है।
पीएम नरेंद्र मोदी के जमुई आगमन को लेकर दी जानकारी
प्रधानमंत्री का जमुई आगमन को लेकर उन्होंने कहा की अभी कार्यलय की ओर से कोई जानकारी नहीं मिली है। किंतु जिस तरह से उनके आगमन को लेकर तैयारियां चल रही है। उनका आगमन जरूर होगा। उन्होंने कहा की प्रधानमंत्री का जमुई आना शुभ संकेत है। प्रधानमंत्री जब भी जमुई आए हैं ।जिला में विकास की गति को बल मिला है।
शारदा सिन्हा के निधन पर शोक व्यक्त किया
कार्यक्रम के दौरान उन्होंने बिहार के लोक गायिका शारदा सिन्हा के निधन पर शोक व्यक्त की। उन्होंने कहा की शारदा सिन्हा जी के गुजर जाने से एक गहरा दुख बिहार ही नहीं भारत वासियों के मन में है। उनका छठ पर्व के दौरान गुजर जाना मुझे लगता है कि यह एक संकेत था, उन्होंने जिस निष्ठा और श्रद्धा से छठ के गीत गाए या किसी भी शुभ अवसर पर गाना गाए थे। उन्होंने कहा कि छठ पर्व में गली मोहल्ले में उनकी आवाज गूंजने थी। जिस निष्ठा से उन्होंने छठ के गाना गए थे उसी निष्ठा और श्रद्धा को लेकर भगवान ने कहीं ना कहीं उन्हें स्वीकार किया है और जिस कष्ट में वह थी ।उनको अपने पास बुला लिया। शारदा सिन्हा जी से मैं और मेरा परिवार इमोशनल तरीके से जुड़े हुए थे। आज उनका ना रहना हम लोगों के लिए बहुत बड़ी कमी है। वह बहुत ही व्यवहार कुशल थी।
शारदा सिन्हा जी हमारे पिताजी का भी बहुत सम्मान करती थी। मेरे पिताजी (स्वर्गीय दिग्विजय सिंह पूर्व केंद्रीय मंत्री) का जो सामाजिक जीवन था। उनसे भी वह जुड़े हुए थे। मेरे पिताजी को भी शारदा सिन्हा के गाने बहुत पसंद थे। जब मैं पदक जीत कर आई थी तो उनसे मिलने का मौका मिला था। सभी कला और खेल से जुड़े हुए लोग एक मंच पर आए थे। उनसे मिलने का मौका मिला और उन्होंने पिताजी के साथ जो यादें थी वह बातें भी मुझे बताए थी। निश्चित रूप से पूरे परिवार का जुड़ाव था।
वहीं सुरक्षा व्यवस्था में बरहट थाना के एसआइ बिपिन चंद्र पाल्टा दल बल मैजुद थे।
बरहट से शशिलाल की रिपोर्ट
Leave a Reply
You must be logged in to post a comment.