Jamui – पुलिस अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाह ईमानदारी पूर्वक और निष्पक्षता के साथ करती है तो लोग चैन में दिन गुजारते हैं।लेकिन कभी-कभी पुलिस अपनी संवैधानिक जिम्मेदारियों का पालन नहीं करते हुए दुसरे रूप में नजर आती है तो एक व्यक्ति के चलते पूरा पुलिस महकमा बदनाम हो जाता है और जनता का भरोसा खोने लगता है। दरअसल बुधवार की रात पुलिस को उसे समय शर्मिंदगी उठाना पड़ी ज़ब लक्ष्मीपुर प्रखंड अंतर्गत मोहनपुर थाना में तैनात बिहार पुलिस का जवान सुजीत कुमार एक नाबालिक लड़की को मलयपुर थाना भगा ले आया। उस वक्त मलयपुर पुलिस यह नजारा देख कर स्तबद्ध रह गए।
हालांकि थानाध्यक्ष के निर्देश पर थाना में ड्यूटी पर तैनात पुलिस पदाधिकारी ने उक्त पुलिस जवान तथा नाबालिक को अलग-अलग कमरे में ले जाकर बंद कर दिया। इसके बाद इसकी सुचना नाबालिक की परिजनों को दी। सूचना मिलने के बाद परिजन सफ़ेद कलर दो स्कॉर्पियो वाहन से पहुंच गए। इसके बाद थाने में काना -फुसकी का दौर चलना शुरू हो गई, जो 4 घंटे तक चलती रही।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नाबालिक पक्ष पहले आरोपी बिहार पुलिस के जवान पर कार्यबाई करने के मांग कर रहे थे। लेकिन इसी वक्त पुलिस एसोसिएशन के सक्रिय लोग आ गए ,और पीड़ित परिजनों को न्याय दिलाने के बजाय मामला को रफा- दफा करने में लग गए। उन्हें तनिक भी नाबालिक की भविष्य का चिंता नहीं हुआ। वहीं सूत्र बताते हैं की पुलिस जवान से पीड़ित के परिजनों को मोटी रकम दिलाने की बांड बना कर थाना में किसी प्रकार का आवेदन नहीं देने की बात कह मामला को शट डाउन करा दिया गया।
इसके बाद नाबालिक अपने परिजन तथा पुलिस जवान मीडिया के कैमरे से बचने के हेलमेट लगा कर पुलिस एसोसिएशन के साथ चले गए। इस घटना के बाद तो लोग यह कहने लगे है की अगर कानून के रख बाले नियमों की धज्जियां उड़ाने लगे तो तब ऐसी स्थिति में किस पर भरोसा किया जाए। बताते चलें की गया जिले के निवासी सुजीत कुमार बिहार पुलिस का जवान है। जबकि नाबालिग चंद्रदीप थाना के एक गांव की बताई है। लड़की गांव में ही नवीं कक्षा की छात्रा है। सुजीत बीते जनवरी माह में चंद्रदीप थाना क्षेत्र के अंदर स्थापित पुलिस कैम्प में तैनात था।
तैनाती के दौरान ही वह नाबालिक के संपर्क में आया और दोनों में प्यार हो गया। पश्चात दोनों के बीच मोबाइल पर बातें होने लगी। इसके बाद जवान का तबादला मोहनपुर थाना हो गया। मंगलवार को जवान लड़की के गांव पहुंच गया। बुधवार को उक्त जवान अपनी मोटरसाइकिल पर लड़की को लेकर जमुई में घूम रहा था। जिसे लड़की के परिजनों ने देख लिया और पकड़ने के लिए पीछा किया। तब जवान लड़की के साथ मलयपुर थाना घुस गया।
इस संबंध में मलयपुर थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर विकास कुमार ने बताया नाबालिक लड़की के परिजन ने किसी प्रकार का कोई लिखित आवेदन नही दी है। पुलिस जवान और नाबालिक के परिजन आपस में समझौता कर लिया था। इसकी जानकारी वरिय पदाधिकारी को दे दी गई है।
बरहट से शशिलाल की रिपोर्ट