जमुई, शहर के कचहरी चौक पर जामुन बेच रही आदिवासी महिला के साथ पुलिस के एक जवान महेश सिंह ने मुफ्त में जामुन देने की मांग कर डाली। जब महिला ने फ्री में जामुन देने से मना किया तो पुलिस के जवान ने गुस्से में आकर जामुन से भरी टोकरी को सड़क पर फेंक दिया। पुलिस का जवान महेश सिंह कैदी वाहन चलाकर जेल से न्यायालय में पेशी के लिए कैदियों को लाने ले जाने का काम करता है। बताया जाता है कि उक्त जवान कैदी वाहन का ड्राइवर है।
आदिवासी महिला के जामुन से भरी टोकरी जवान द्वारा फेंकने के बाद कचहरी चौक पर आसपास के लोगों का हुजूम इकट्ठा हो गया। मौके पर मौजूद लोगो के आक्रोश को देखते हुए जवान महेश सिंह ने जामुन की टोकरी पलटने के एवज में जुर्माने के तौर पर 400 रुपया भी चुकाया है।
जामुन बेचने वाली पीड़ित आदिवासी महिला संझली मरांडी और सरिता सोरेन बरहट थाना क्षेत्र के ताराकुरा गांव से 15 किलोमीटर सफर कर अपने छोटे से दुधमुहा बच्चे को लेकर जामुन बेचने कचहरी चौक आती है।
पीड़ित महिलाओं ने बताया कि हम लोग कचहरी चौक पर 10 किलो जामुन लेकर अपने घर से बेचने के लिए आए थे। एक व्यक्ति आकर अपने आप को पुलिस गाड़ी का ड्राइवर बता कर मेरा जामुन जबरदस्ती उठाने लगा। जब मैंने मना किया तो उसने सारा जामुन उठाकर सड़क पर फेंक दिया। और कहने लगा कि यह सारा जगह मेरा है, हमको कमीशन दो, नहीं तो यहां पर जामुन नहीं बेचने देंगे। महिला ने आगे बताया कि वह रोजाना इसी जगह पर जामुन बेचा करती है। वह व्यक्ति रोजाना हम लोगों को तंग कर 1- 2 किलो जामुन फ्री में लेकर चला जाता था। हम लोग आदिवासी हैं हम लोगों का रोजी-रोटी ही इसी से चलता है। आज तो हमारा बहुत बड़ा नुकसान हो गया।
वही पुलिस के जवान महेश सिंह सफाई देते हुए कह रहे हैं कि जाम होने की वजह से कैदी वाहन को लाने और ले जाने में दिक्कत होती थी , इसी को लेकर महिला को टोकरी हटाने को कहा था। जामुन की टोकरी हटाने के दौरान जामुन पलटकर रोड पर गिर गया।
वही इस मामले को लेकर मुख्यालय डीएसपी अभिषेक सिंह ने कहा है कि अगर पुलिस के जवान या वाहन चालक द्वारा इस तरह का व्यवहार किया गया है, तो जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी। साथ ही पीड़ित महिला के नुकसान की भरपाई भी किया जाएगा।
Jamui Today News Desk