जमुई के सदर अस्पताल के कैदी वार्ड में इलाज के दौरान एक कैदी की मौत हो गई। कैदी को जेल से इलाज करने के लिए देर रात सदर अस्पताल लाया गया था। मृतक कैदी की पहचान प्रदीप यादव 32 वर्ष पिता मथुरा यादव गिद्धौर थाना क्षेत्र के संसारपुर गांव के रूप में हुई है। मिली जानकारी के अनुसार मृतक कैदी के ऊपर जमीनी विवाद को लेकर मुकदमा चल रहा था। जमीनी विवाद के मामले में कैदी प्रदीप यादव को 14 दिसंबर 2023 को जेल भेजा गया था। वह जमुई जेल के वार्ड नंबर 3 में बंद था। बीती रात कैदी प्रदीप यादव की अचानक जेल में तबीयत खराब हो गई। जिसके बाद जेल प्रशासन द्वारा इलाज के लिए सदर अस्पताल स्थित कैदी वार्ड में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान कैदी की मौत हो गई।
मृतक कैदी प्रदीप यादव, फाइल फोटो
इस मामले में कैदी का इलाज कर रहे सदर अस्पताल के डॉक्टर विशाल आनंद ने बताया कि रात 12:00 बजे के करीब कैदी वार्ड से बताया गया कि एक कैदी की तबीयत ज्यादा बिगड़ रही है, उसके पेट में तेज दर्द हो रहा है। फिर कैदी को इलाज के दौरान जरूरी दवाइयां दी गई। लेकिन इलाज के दौरान रात 1:00 बजे के करीब कैदी की मौत हो गई। कैदी की मौत होने की सूचना जेल प्रशासन को दे दी गई है। जेल के अधिकारियों के पहुंचने के बाद कैदी की पोस्टमार्टम की प्रक्रिया की जाएगी।
वही इस मामले में कैदी प्रदीप यादव के परिजनों पंकज यादव और प्रदीप यादव का आरोप है कि जेल में पिटाई करने की वजह से प्रदीप यादव की मौत हुई है। जेल में प्रदीप से पैसे की मांग की गई थी। इसके बाद कई बार एक मोबाइल नंबर पर फोन पे के द्वारा पैसा भी भेजा गया, फोन पे का स्क्रीनशॉट हम लोगों के पास है। इसके बाद बीमार होने के बाद जेल से किसी विकास पांडे द्वारा प्रदीप यादव की बेहतर इलाज करने के नाम पर ₹2500 की मांग की गई। हम लोगों ने इलाज के लिए विकास पांडे को ₹2500 भी दिया। वही कैदी की मौत के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।