जमुई, समाहरणालय परिसर में आपदा प्रबंधन शाखा के द्वारा जिला पदाधिकारी अवनीश कुमार सिंह द्वारा प्राप्त निदेश के आलोक में अग्नि आपदा को लेकर जन जागरूकता कार्यक्रम सह मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया । प्रशिक्षण कार्यक्रम में समाहरणालय परिसर स्थित सभी कार्यालयों के पदाधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे। प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए जिलाधिकारी महोदय द्वारा आग लगी से होने वाली घटना तथा बचाव को लेकर क्या सतर्कता रखनी चाहिए उस पर संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया गया तथा जन जागरूकता की कार्यक्रम की जरूरत पर विशेष बल दिया गया। कार्यक्रम में उपस्थित अपर समाहर्ता महोदय द्वारा जिले में घटित पूर्व के वर्षों में घटित घटनाओं पर प्रकाश डालते हुए संवेदनशील प्रखंडों के बारे में बताया गया जहां विशेष रूप से आग लगी की घटना ज्यादा होती है।
प्रभारी पदाधिकारी आपदा प्रबंधन द्वारा आग लगे कि शहरी क्षेत्रों में होने वाली घटना तथा आग लगी से घायल व्यक्ति के प्राथमिक उपचार पर संक्षिप्त विवरण दी गई। जिला सलाहकार आपदा प्रबंधन द्वारा आग लगने की घटना के दौरान उत्पन्न आपात परिस्थिति के दौरान क्या करना चाहिए, Do & Don’t के बारे में विस्तार से बताया गया तथा सामान्य जन के क्षमता – वर्धन की जरूरत के बारे में चर्चा की गई। जिला अग्निशमन विभाग की ओर से उपस्थित अनुमंडल अग्निशमन पदाधिकारी तथा उनके सहयोगी कर्मियों द्वारा संक्षिप्त विवरण को आगे बढ़ाते हुए आग लगी के विभिन्न तरीके तथा उन अगलगी की घटना से बचाव के बारे में विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया गया साथ ही डेमोंस्ट्रेशन भी किया गया।
जिला अग्निशमन विभाग के उपस्थित पदाधिकारी तथा कर्मियों द्वारा जिलाधिकारी द्वारा प्राप्त आदेश के तहत परिसर का फायर ऑडिट का कार्य भी संपन्न किया गया जिसके अंतर्गत पूरे समाहरणालय परिसर का गहन निरीक्षण कर आग लगी के दृष्टिकोण से संवेदनशील क्षेत्र पहचान कर उसके बचाव के उपाय सुझाए गए तथा इसके तहत संबंधित विभाग को अपने कार्यालय में सुरक्षात्मक उपाय करने का जिला पदाधिकारी द्वारा विशेष निर्देश दिया गया।
अंत कार्यक्रम समापन करते हुए जिला पदाधिकारियों महोदय द्वारा मॉक ड्रिल तथा जन जागरूकता कार्यक्रम नियमित तौर पर विभिन्न संस्थानों में कराने का निर्देश दिया गया तथा घटनाओं का विशेष अध्ययन कर संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान कर विभिन्न सुरक्षा के उपाय करने का आदेश दिया गया।
जमुई टुडे न्यूज़ डेस्क