Jamui, मां कालिका मंदिर मलयपुर रामलला की प्रतिमा प्राण प्रतिष्ठा को लेकर गुरुवार को गाजे बाजे के साथ भव्य कलश शोभा यात्रा निकाली गई। कलश शोभायात्रा में 108 कुंवारी कन्या एवं महिला श्रद्धालुओं शामिल ने भाग लिया। कलश यात्रा मां कालिका मंदिर से निकलकर आस पास गांव भर्मण करते हुए अशोक वाटिका स्थित आंजन नदी के तट पहुंची, जहां की कोलकाता व सोनो डुमरी से आए आचार्य शिवकुमार वैध त्रिपाठी के साथ 15 पंडितों ने पूजा अर्चना कर विधि विधान से कलश में जल संग्रह करवाया।
इसके पश्चात श्रद्धलुओं ने माथा पर कलश लिए हुए जय श्रीराम ,जय श्रीराम ,जय माता दी, जय हनुमान का जयकारा लगाते हुए पुनः यज्ञ स्थल पर पहुंची। वहीं पंडित ने कलश स्थापित कर पूजन हवन के साथ सप्त दिवसीय लक्ष्मी नारायण हवनात्मक महायज्ञ की शुरुआत किया गया।
जानकारी देते हुए मां कालिका मंदिर मलयपुर के संचालक अशोक सिंह ने बताया की 22 जनवरी को अयोध्या में भगवान राम का प्रतिमा स्थापित होने के बाद मां कालीका मंदिर मलयपुर में राम- सीता, लक्ष्मण ,बजरंगबली सहित राधा- कृष्ण का मार्बल निर्मित भव्य प्रतिमा स्थापित की जाएगी। पश्चात जिला के विख्यात गिद्धेश्वर मंदिर में गरुड़ भगवान का प्रतिमा स्थापित किया जाएगा। जिसका मंदिर का निर्माण पूर्ण रूप से हो गया है। उन्होंने बताया की जयपुर से 11.50 लाख की लागत से भगवान राम माता सीता लक्ष्मण ,बजरंगबली और राधा- कृष्ण का प्रतिमा प्रतिमा मंगवाया गया है। मां कालिका मंदिर में भगवान राम माता सीता ,लक्ष्मण ,बजरंगबली सहित राधा- कृष्ण का प्रतिमा स्थापित हो जाने के बाद जिला लोग यहां दर्शन कर सकेंगे।
बताते चलें की मंदिर में मां कालिका के सभी रूपों के अलावा गेणश भगवान ,शंकर भगवान ,बोलेनाथ सहित अन्य देवी देवताओं का प्रतिमा स्थापित है, जो लोगों को खूब आकर्षित करती है। मां कालिका मंदिर 36 बर्षों से लोगों की आस्था का केंद्र बना है। जिस कारण यहां वार्षिक पूजनोउत्सव के अलावा भी अन्य दिनों जिले सहित अन्य प्रदेशों से भी बड़ी संख्या में कोने-कोने से श्रद्धालु पूजा-अर्चना करने के लिए आते हैं। यहां की मान्यता है कि जो श्रद्धालु मां कालिका की पूजा अर्चना कर मन्नत मांगते हैं इनकी मन्नते मां कालीका अवश्य पूरी करती हैं।
बरहट से शशिलाल की रिपोर्ट