48 घंटे में पुलिस ने मामले की गुत्थी सुलझाई, आरोपी और पिता की हुई गिरफ्तारी अन्य फरार
सोनो(Jamui), थाना अंतर्गत विवाहिता के लापता होने की गुत्थी को अंततः प्रशासनिक टीम द्वारा सुलझा लिया गया। अमझरी गांव में मंगलवार को जिस विवाहिता की गुमशुदगी को लेकर दोनों पक्षों द्वारा स्थानीय थाना में आवेदन दिया गया उसमें पुलिस टीम को सफलता हाथ लगी।मामला ढोंढरी पंचायत के अमझरि गांव से जुड़ा था, जहां विवाहिता के गुमशुदगी को लेकर मंगलवार को स्थानीय थाना में आवेदन दिया गया था। आवेदनकर्ता सुनील मंडल ने थाना में दिए आवेदन में बताया कि लगभग 3 वर्ष पूर्व अमझरी निवासी सीताराम मंडल के पुत्र दिलीप कुमार के साथ बेटी का विवाह संपन्न कराया था। विवाह के दो-तीन माह बाद ही ससुराल वालों के द्वारा दहेज स्वरूप ₹5 लाख की राशि सहित मोटरसाइकिल की मांग की जाने लगी। मांग पूरी नहीं होने पर विवाहिता के साथ ससुराल वालों द्वारा बराबर अमर्यादित व्यवहार किया जाता रहा। जिसकी शिकायत पीड़िता द्वारा परिजनों को कई बार दूरभाष पर दी गई। सुनील मंडल ने बताया कि ससुराल वालों द्वारा बेटी के साथ कई बार मारपीट की घटना को भी अंजाम दिया गया। जिसे लेकर पंचायत में समझौता के पश्चात भी मामला नहीं रुका।
पीड़िता के पिता ने बताया कि बेटी के साथ किए जा रहे व्यवहार को लेकर पूर्व में जमुई स्थित महिला थाना में आवेदन दे न्याय की गुहार लगाई गई थी, जिसमें आपसी समझौता के पश्चात बेटी वापस अपने ससुराल रहने लगी। मंगलवार पूर्वाहन 5:00 बजे दमाद द्वारा मोबाइल से संपर्क कर बेटी के लापता होने की सूचना दी गई। आवेदनकर्ता सुनील मंडल ने बताया कि प्रारंभ से ही पीड़िता के साथ वर पक्ष द्वारा दहेज के लिए मारपीट जैसी घटना को अंजाम देने का प्रयास किया गया, साथ ही कई बार बेटी की हत्या का भी प्रयास किया था।
आवेदन के आधार पर झाझा एसडीपीओ के निर्देश पर टीम गठित किया गया। सोनो थानाध्यक्ष चितरंजन कुमार की टीम ने लगातार छापेमारी और गहन जांच अभियान के द्वारा गुरुवार अपराहन गांव के पीछे बने कुएं से विवाहिता का शव बरामद कर लिया गया। आरोपी दिलीप कुमार और उसके पिता सीताराम मंडल की गिरफ्तारी मौके पर की गई, वही अन्य अभियुक्त घटनास्थल से फरार है।
घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों के द्वारा पुलिस पर पथराव किया गया, जिसमे सोनो थाना के ड्राइवर यमुना यादव घायल हो गए। इतना ही नहीं मौके पर मौजूद पत्रकारों के साथ भी गाली गलौज किया गया। आक्रोशित भीड़ को संभालने के लिए चार थाना कि पुलिस को मोर्चा संभालना पड़ा। झाझा थाना प्रभारी राजेश शरण, खैरा थानाध्यक्ष सिंघेश्वर पासवान, चंद्रमंडी थाना पुलिस, के अलावा सैकड़ों की संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचकर आक्रोशित भीड़ को नियंत्रित किया। काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्डम के लिए जमुई भेज दिया और आरोपियों पर पुलिस कार्रवाई करने में जुट गई।
सोनो से योगेंद्र प्रसाद उर्फ कुंदन की रिपोर्ट