बरहट -खैरा प्रखंड क्षेत्र के बरदौन उत्क्रमित मध्य विद्यालय में एक शिक्षिका के द्वारा विद्यालय के कमरे को आशियाना बना लेने का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ कि ठीक ऐसा ही एक मामला बरहट में देखने को मिल रहा है। यहां भी एक प्रधानाचार्य द्वारा विद्यालय के ऊपरी कमरे को आशियाना बना लेने का मामला सामने आया है। मामला नवीन प्राथमिक विद्यालय मकतब कैवाल का है। यहां विद्यालय प्रधानाचार्य मो जमीरुद्दीन बीते एक साल से विद्यालय के उपरी तल्ले पर कब्जा जमाए हैं। ग्रामीण बताते हैं कि सिर्फ प्रधानाचार्य ही नहीं बल्कि उसके परिवार एवं रिश्तेदार भी जब आते हैं तो विद्यालय में ही ठहरते हैं।
यहां बच्चों को उपरी तल्ले पर जाने से मनाही है। ऊपरी तल्ले पर प्रधानाचार्य अपने रोजमर्रा के कार्य करते हैं।कमरे में खाने पीने के सामान सहित उनका बिस्तर, मच्छरदानी सहित सारा सामान बिखरा पड़ा है। वहीं शिक्षक का कहना है कि जब विद्यालय बन रहा था तब उन्होंने जमीन दिलवाने में काफी मदद की थी। इसी एवज में वह विद्यालय में रह रहे हैं। उन्होंने विद्यालय में रहने का कारण स्कूल की सुरक्षा करना बताया है ।
प्रधानाचार्य की बात को अगर सही मान लिया जाए तो सवाल यह है कि जिस विद्यालय में कोई शिक्षक नहीं रहता उसकी सुरक्षा कैसे होती है।यहां बताते चलें कि कैवाल स्कूल में 48 बच्चे नामांकित हैं। जब इस संबंध में डीईओ कपिलदेव तिवारी से पूछा गया तब उन्होंने इस बारे में कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया।
बरहट से शशीलाल की रिपोर्ट