जमुई, जिला के सोनो प्रखंड के लोहा पंचायत के 4 गांव के भूजल में फ्लोराइड की मात्रा ज्यादा होने की वजह से गांव के लोग दिव्यांगता के शिकार हो रहे हैं. इन गांव में निवास करने वाले ज्यादातर लोग फ्लोराइड से प्रभावित हो रहे हैं. भूजल में फ्लोराइड की ज्यादा मात्रा होने की वजह से विभाग द्वारा 4 गांव में भूजल के प्रयोग पर रोक लगा दिया गया था. अमूमन यहां के हर एक निवासी दशकों से फ्लोराइड से प्रभावित हो रहे हैं. गांव में भूजल की समस्या की जानकारी जिला पदाधिकारी अवनीश कुमार सिंह को मिलने के बाद इस समस्या पर संज्ञान लेते हुए फ्लोराइड से प्रभावित गांव में जल शोधन संयंत्र लगाने का पीएचडी विभाग को अनुशंसित किया गया था. जिलाधिकारी के अनुशंसा के बाद पीएचडी विभाग से मंजूरी मिल चुकी है.
जिसके बाद जिला पदाधिकारी के द्वारा फ्लोरोसिस से प्रभावित गांव करकुट्टा, गुबरो, सलैया और हरिहरपुर में जल शोधन संयंत्र लगाने का निर्देश दिया गया है. जिला पदाधिकारी ने बताया की लोहा पंचायत के 4 गांव करकुट्टा, गुबरो, सलैया और हरिहरपुर में जल शोधन संयंत्र शीघ्र लगाया जाएगा. जल शोधन संयंत्र लग जाने से यहां रहने वाले निवासियों को फ्लोरोसिस बीमारी से बचाव होगा.
जमुई के सोनो प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत लोहा पंचायत के 4 गांव में भूजल में फ्लोराइड की अधिक मात्रा होने की वजह से भूजल का उपयोग मानव जीवन योग्य नहीं है. दशकों से यह समस्या लोहा पंचायत के 4 गांव को प्रभावित करती रही है,जिसके वजह से गांव के लोग आंशिक या पूर्ण रूप से दिव्यांगता के शिकार हो रहे हैं. जल शोधन संयंत्र लग जाने से इन गांव में रहने वाले लोगों की परेशानियां कम होंगी और यहां के लोग पानी में अधिक फ्लोराइड की वजह से बीमारियों से बचेंगे.
कुमार नेहरू की रिपोर्ट