अनोखी पहल

जंगल बचाने के लिए आदिवासी बच्चों की अनोखी पहल

बीते कुछ वर्षों से लगातार पेड़ों की अवैध  कटाई के बाद जंगल सिमटता जा रहा है, जिससे कई इलाकों की जंगली क्षेत्र से हरियाली गायब हो रही है।

जंगल को हरा भरा बनाने के लिए लक्ष्मीपुर प्रखंड से सटे भीम बांध के जंगली क्षेत्रों में आदिवासी बच्चे जंगल को हरा भरा बनाने के लिए अनोखा प्रयास कर रहे हैं।

यहां के आदिवासी बच्चे मिट्टी का सीडबॉल बनाते हैं। मिट्टी के सीडबॉल में किसी एक पौधे का बीज होता है। जिसको गोलाकार बनाकर वैसे जगह फेंक देते हैं, जहां पर पेड़ पौधे कम है।

बच्चों का कहना है कि जब बारिश होती है तो मिट्टी के सीडबॉल का बीज जमीन में अंकुरित होकर पौधे का रूप ले लेता है। यही छोटा पौधा आगे जाकर  बड़ा पेड़ का रूप धारण कर सकेगा। जिससे जंगल घना और हरा भरा हो जाएगा।

 यहां के बच्चों और बड़ों ने मिलकर जंगलों में 60 हजार सीडबॉल फेंक चुके हैं। आदिवासी बच्चों का इस बरसाती सीजन में 1 लाख सीडबॉल जंगलों में फेंकने का लक्ष्य है।

आपको बता दें कि जमुई जिला का अधिकांश क्षेत्र जंगलों से घिरा हुआ है, जहां पर आदिवासी समुदाय के लोग जीवन यापन करते हैं। यहां के आदिवासी समाज के लोग आज भी अपनी आजीविका के लिए जंगलों पर ही निर्भर हैं।

जंगल में रह रहे आदिवासी बच्चों की जंगल को हरा भरा बनाने की अनोखी पहल हमें बहुत कुछ सिखा जाती है। जबकि हम लोग शहरों और गांव में रहकर भी वृक्षारोपण से कतराते हैं। हमें भी इन बच्चों की तरह धरती को हरा भरा बनाने के लिए वृक्षारोपण करने की ओर प्रोत्साहित होने की जरूरत है।

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Story: Kumar Nehru Photo: Kumar Pumpum

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