जमुई का एक ऐसा अनोखा सरकारी स्कूल जहां पर बच्चों को पढ़ाई के साथ ही सिखाया जाता है ऑर्गेनिक खेती करने के तरीके. बच्चों द्वारा उगाए गए सब्जियों को स्कूल के मध्यान भोजन में प्रयोग लाया जाता है. जमुई जिले के खैरा प्रखंड के उत्कर्मित मध्य विद्यालय सखीकुडा में बच्चे और शिक्षक मिलकर ऑर्गेनिक तरीके से 14 तरह की सब्जियां स्कूल परिसर में ही खेती कर उगाते हैं.
जिसमें. साग, मूली, टमाटर, धनियापत्ता, गोभी, प्याज, लहसुन, बैंगन, लौकी, भिंडी, नेनुआ, सीम ,मटर बंद गोभी टमाटर धनिया बींस इत्यादि कई तरह के मौसमी सब्जियों की खेती ऑर्गेनिक तरीके से की जाती है. इसके साथ ही स्कूल परिसर में बच्चों और शिक्षकों द्वारा मशरूम का उत्पादन किया जा रहा है. स्कूल परिसर में तैयार हुए सभी फसलों को बच्चों के मध्यान भोजन में प्रयोग में लाया जाता है. जिससे बच्चों को भरपूर पोषक युक्त आहार मिलता है. स्कूल के प्रधानाध्यापक शिव कुमार चौधरी ने बताया कि पहले स्कूल परिसर में बच्चों को साथ लेकर कुछ सब्जियों उगाई गई जब बेहतर परिणाम मिला तो बच्चों और हमारा उत्साह बढ़ा उसके बाद हम लोगों ने अलग-अलग तरह के 14 सब्जियों को स्कूल परिसर में उगाने लगे.
धीरे-धीरे इस इस अनोखी खेती का चर्चा आसपास के इलाकों में चर्चा का विषय बन गया. आसपास के लोग स्कूल परिसर में लगे अनोखी खेती को देखने के लिए पहुंचने लगे. जब इस बात की जानकारी जिले के जिलाधिकारी अवनीश कुमार तक पहुंचा तो उन्होंने स्कूल के प्रिंसिपल शिव कुमार चौधरी और वहां के बच्चों की काफी तारीफ की और जिलाधिकारी ने इस अनोखी खेती के लिए प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. स्कूल में बच्चों द्वारा किए जा रहे ऑर्गेनिक खेती की पहल ग्रीनपीस संस्था द्वारा किया गया था. संस्था के एग्रीकल्चर प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर संतोष कुमार सुमन द्वारा लगातार स्कूल परिसर में जाकर ऑर्गेनिक खेती से संबंधित जानकारी बच्चों के बीच दी जाती है. स्कूल के बच्चे भी ऑर्गेनिक खेती के गुर सीख कर अपने घरों में भी लोगों को ऑर्गेनिक खेती के प्रति जागरूक कर रहे हैं.
कुमार नेहरू की रिपोर्ट