जमुई, आज 8 मार्च पूरे विश्व में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जा रहा है. जिसकी खुशी आज के दिन हर एक महिलाओं के चेहरे पर देखी जा सकती हैं. वही आज ही के दिन एक ऐसी महिला जो दुखी होकर अपने ससुराल वालों के खिलाफ महिला थाने पहुंची है. महिला का दोष बस इतना है कि उसके कोक से एक बेटी ने जन्म लिया था. जिसकी वजह से उसके पति और सास-ससुर बेटी के जन्म के बाद से महिला को प्रताड़ित कर रहे हैं.
जमुई जिला के सिमुलतला थाना अंतर्गत गादी टेलवा निवासी मनीषा कुमारी अपने पति और सास ससुर के खिलाफ शिकायत लेकर जमुई महिला थाना पहुंची है. मनीषा कुमारी ने अपनी लिखित शिकायत में पुलिस से न्याय की गुहार लगाते हुए बताया है कि हमारे पति रोहित साह ससुर फुलेश्वर साह और अपनी सास द्वारा शादी के बाद से ही प्रताड़ित किया जा रहा है. उसके बाद जब पहली संतान के रूप में मुझे बेटी हुई तब से मेरे पति और सास-ससुर का मेरे ऊपर अत्याचार बढ़ गया. मेरे पति द्वारा मेरे पिता से एक मोटरसाइकिल की मांग शादी के बाद से ही किया जा रहा था और फिर बेटी पैदा होने के बाद दो लाख रुपये की मांग किया जाने लगा. मांग पूरी नहीं होने पर लगातार मेरे पति और उनके परिवार वालों द्वारा मुझे प्रताड़ित किया जाता रहा है.
बीते 1 मार्च को भी मेरे पति और उनके परिवार वालों द्वारा मेरे साथ बुरी तरीके से मारपीट किया गया था जिसके बाद मैं ससुराल छोड़कर अपनी मां के घर चली आई थी. मेरी बेटी की उम्र अब 2 वर्ष हो चुकी है लेकिन फिर भी वह लोग प्रताड़ित करने से बाज नहीं आ रहे हैं. बीते महाशिवरात्रि के दिन मेरे पति द्वारा मेरे ऊपर किरोसिन तेल छिड़ककर आग लगा कर जान से मारने की कोशिश भी किया गया था.
मनीषा कुमारी ने बताया कि उसके शादी जुलाई 2016 में हुई थी. और उसकी 2 वर्षीय तनु कुमारी का जन्म वर्ष 2019 में हुआ है. बेटी के जन्म के बाद से लगातार मनीषा कुमारी अपने ससुराल वालों की प्रताड़ना सहने पर मजबूर थी. आज महिला दिवस के मौके पर उसने अपने साथ हो रहे घरेलू हिंसा के खिलाफ आवाज उठाई है. मनीषा कुमारी ने अपने पति और ससुराल वालों के खिलाफ महिला थाने में आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है.
कुमार नेहरू के साथ धर्मेंद्र कुमार की रिपोर्ट