सोनो( जमुई), रक्षाबंधन का त्यौहार प्यार के रिश्ते की सबसे मजबूत जोड़ का प्रतीक है। भारतीय समाज में भाई-बहन के बीच प्यार की अटूट बंधन सदियों से चला आ रहा जिसे रक्षाबंधन के रूप में समाज मनाते आ रहा। सरस्वती शिशु मंदिर सोनो के दर्जनों बच्चियों ने एसएसबी चरकापत्थर कैंप पहुंच अपने सामाजिक दायित्वों का निर्वहन कर प्रेम की भावना प्रदर्शित किया। कैंप में उपस्थित जवानों की कलाइयों पर प्यार की अटूट डोर बंद उनके स्वास्थ्य और दीर्घायु होने की कामना की, एसएसबी 16वीं के सहायक कमांडेंट आशीष वैष्णव के नेतृत्व में दर्जनों की संख्या में पहुंचे एसएसबी जवानों ने बच्चियों से राखी बांधवा प्रेम और अपनत्व की अनोखी मिसाल पेश की। बच्चों ने एसएसबी जवानों द्वारा किए जा रहे सामाजिक हित कार्यों के लिए उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामना दी। सहायक कमांडेंट आशीष वैष्णव ने बताया कि वर्षों से चरकापत्थर क्षेत्र में कार्यरत जवान समाज के सुख, शांति और सुरक्षा के लिए दिन-रात प्रयासरत रहते हुए शांति और अमन लाने का कार्य कर रहे। अपने-अपने घरों से सैकड़ो से लेकर हजारों किलोमीटर दूर रहने वाले जवान सामाजिक त्योहार नहीं मना पाते जिस कमी को समाज में रहने वाले लोगों के साथ मिलजुल कर मनाने का प्रयास करते।
सोनो से योगेंद्र प्रसाद उर्फ कुंदन की रिपोर्ट